रिसर्च के अनुसार अच्छे और बुरे बैक्टीरिया को संतुलित करके त्वचा कैंसर का रिस्क कम किया जा सकता है। दरअसल, अच्छे बैक्टीरिया एक तरह का रसायन स्त्रावित करते हैं जो कई तरह की कैंसर कोशिकाओं को मारने का काम करते हैं। इन अच्छे बैक्टीरिया को बैलेंस रखने के लिए सादा दही खाना लाभकारी है।
कॉफी न सिर्फ आपको एनर्जी देने का काम करेगी, बल्कि स्किन कैंसर से भी बचाएगी। यह बात एक रिसर्च से सामने आई है। कॉफी में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से बचाकर एजिंग एवं सन डेमेज से बचाने में भी कारगर होते हैं। इस तरह कॉफी भी कैंसर का रिस्क कम करेगी।
यदि आप मेडिटेरियन डाइट को फॉलो करेंगे तो स्किन कैंसर का खतरा कम होगा। इसलिए लंच के समय हरी पत्तेदार सब्जियों को सलाद के रूप में शामिल करना चाहिए। इनमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन ए एवं विटामिन सी, स्किन को डेमेज होने से बचाकर रिपेयर करते हैं।
लंच में टमाटर का भी सेवन करें। यह फाइटोकैमिकल लाइकोपिन से भरा होता है, जो बहुत ही पावरफुल एंटी ऑक्सीडेंट्स है। यूके के एक अध्ययन के अनुसार १२ सप्ताह तक टमाटर का सेवन करने से सनबर्न एवं स्किन डेमेज से बचा जा सकता है। इसी तरह लंच में नट्स का सेवन भी फायदेमंद है।
ब्रोकली में सल्फोराफेन एंजाइम होता है, जो कैंसर के लिए जिम्मेदार कैमिकल्स को बाहर करके कैंसर का रिस्क कम करने का काम करता है। इसके अलावा ब्रोकली में विटामिन सी एवं एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं। विटामिन सी कोलेजन को संश्लेषित करने के साथ यूवी किरणों से त्वचा पर होने वाले नुकसान से बचाने का काम करता है। इसलिए ब्रोकली को डाइट में शामिल करें।
जर्मनी के एक अध्ययन के अनुसार डार्क चॉकलेट के सेवन से त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाया जा सकता है। गर्मियों में त्वचा की देखभाल करने के लिए यह डेजर्ट बहुत ही फायदेमंद है। कोकोआ प्लांट से तैयार की जाने वाली चॉकलेट में फ्लेवनॉइड की मात्रा ज्यादा होती है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स भी अच्छी मात्रा में होते हैं। इसलिए डार्क चॉकलेट का सेवन करना स्किन के लिए लाभकारी है।