पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश
म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी कोशिश हमेशा नई चीजें पर्यटकों के सामने पेश करने की रही है। पर्यटक कुछ नया देखना चाहता है। मौजूदा दौर आईटी का है और हर व्यक्ति हाइटेक हो गया है। इसी को ध्यान में रखकर रोबोट बनाने का खयाल आया।
म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी कोशिश हमेशा नई चीजें पर्यटकों के सामने पेश करने की रही है। पर्यटक कुछ नया देखना चाहता है। मौजूदा दौर आईटी का है और हर व्यक्ति हाइटेक हो गया है। इसी को ध्यान में रखकर रोबोट बनाने का खयाल आया।
सिर्फ अंग्रेजी समझ पाएगा शुरुआती दिनों में रोबोट सिर्फ अंग्रेजी ही समझ सकता है, लेकिन शीघ्र ही एक सॉफ्टवेयर इसमें जोड़ा जाएगा। इसके बाद हिंदी को भी बखूबी समझेगा। इसके निर्माण में करीब एक साल का समय लगा है। चीन की ‘आओबो इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी कम्पनी’ ने इस स्मार्ट रोबोट को डिजाइन किया है। इसकी ऊंचाई 5 फीट 10 इंच है और वजन 80 किग्रा है।
रोबोट का सिर 28 डिग्री तक घूम सकेगा और वो बाकायदा बांए-दांए भी हिलेगा। विभिन्न डिग्रियों में आज़ादी के साथ आसानी से अपनी उंगलियों से, कोहनियों से, कंधों से हरकत करेगा। द्वितीय चरण में रोबोट किसी इमेज को आसानी से पहचान भी सकेगा। रोबोट की छाती पर 7 इंच की टच टीवी स्क्रीन भी होगी।
खिलाडिय़ों से लेकर सितारों का जमावड़ा
म्यूजियम में स्पोट्र्स स्टार्स, हॉलीवुड बॉलीवुड स्टार्स, वैज्ञानिक, अंतरिक्ष यात्री, स्वतंत्रता सेनानी, साहित्यिक दिग्गज, राजपूताना शान के साथ साथ एक विशाल जीवंत सा टाइगर रोबोट भी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। म्यूजियम में एक टाइगर भी है जो गुर्राता है। बच्चे इसे बेहद पसंद करते हैं।
म्यूजियम में स्पोट्र्स स्टार्स, हॉलीवुड बॉलीवुड स्टार्स, वैज्ञानिक, अंतरिक्ष यात्री, स्वतंत्रता सेनानी, साहित्यिक दिग्गज, राजपूताना शान के साथ साथ एक विशाल जीवंत सा टाइगर रोबोट भी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। म्यूजियम में एक टाइगर भी है जो गुर्राता है। बच्चे इसे बेहद पसंद करते हैं।