रंग लाई जयपुर की मुहिम, आखिर चार दिन बाद सुरक्षित लौटा लापता दिव्यांश

जयपुर के लोगों की प्रार्थना और सोशल मीडिया पर चलाई गई मुहिम आखिर में रंग लाई। इस मुहिम में पुलिस की भूमिका भी सराहनीय रही है।

<p>रंग लाई जयपुर की मुहिम, आखिर चार दिन बाद सुरक्षित लौटा लापता दिव्यांश</p>
जयपुर। जयपुर के लोगों की प्रार्थना और सोशल मीडिया पर चलाई गई मुहिम आखिर में रंग लाई। इस मुहिम में पुलिस की भूमिका भी सराहनीय रही है। एसएमएस अस्पताल से अपहृत हुए 4 माह के दिव्यांश का सुराग लग गया है। पुलिस ने बताया कि बच्चा सुरक्षित है। देर शाम अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा पूरे मामले का खुलासा करेंगे।
दिव्यांश की तलाश में पुलिस की 10 टीमें जिनमें 100 से अधिक पुलिसकर्मी चार दिन से लगे हुए थे। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच, डीएसटी, स्पेशल के जवान और चार थानों की पुलिस को अलग-अलग जानकारी जुटाने का काम सौंपा गया था। तब जाकर आरोपी पुलिस की पकड़ में आया है।
यह भी पढ़ें

आंखों के आंसू सूखे, हर आहट से लग रहा डर, ऐसा है दिव्यांश के परिवार का हाल

जयपुर हुआ एकजुट
दिव्यांश की तलाश में जयपुर की जनता एकजुट हो गई। चार दिन तक प्रार्थना के साथ जनता ने पुलिस की ओर से जारी किए गए पोस्टर्स की फोटो लोग अपने व्हाटसएप, फेसबुक, ट्वीटर व अन्य माध्यमों से अधिक से अधिक वायरल कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स आरोपी की जल्द से जल्द सूचना देने की अपील कर रहे हैं। दिव्यांश और आरोपी की फोटो लोग अपने डीपी और व्हाटसएप स्टेटस पर लगा रहे हैं।
यह भी पढ़ें

जयपुर को इस हैवान की तलाश, पुलिस फेल तो जनता उतरी तलाश में, सोशल मीडिया पर कर रही वायरल

यह है मामला
दौसा के सैंथल निवासी चांदराना निवासी अंकुर योगी का चार वर्षीय बेटा आयुष 25 जुलाई से बांगड़ में न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती है। अंकुर के साथ पत्नी कैला देवी, 4 माह का पुत्र दिव्यांश उर्फ लक्की, पिता कालूराम रावत और मां ढोली देवी भी अस्पताल में थे। बुधवार को कालूराम बांगड़ के गेट के बाहर बैठे पोते को खिला रहे थे। तभी मंगलवार से उनके साथ घूम रहे एक युवक ने कालूराम को भोजन करने के लिए कहकर दिव्यांश को गोद में ले लिया और उसे खिलाने लग गया। कालूराम भोजन करने लगे और युवक दिव्यांश को लेकर भाग गया।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.