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शर्मनाक! अस्पताल की चौखट पर 10 मिनट तड़पता रहा, फिर बेरहमी के आगे बेइलाज मर गया गुरुवार रात महिला को एसएमएस अस्पताल की दूसरी मंजिल पर थ्रीडीएफ वार्ड में भर्ती कराया गया। शनिवार सुबह 5 बजे हालत बिगड़ी तो डॉक्टरों ने उसके लिए आईसीयू की जरूरत बताई। परिजनों ने आईसीयू मांगा तो वार्ड में आईसीयू खाली नहीं होने का हवाला दे कहीं और ले जाने को कह दिया। इससे परिजन एक बारगी पसोपेश में पड़ गए। आखिर एम्बुलेंस बुलानी पड़ी। यह भी पढ़ें
REET Exam 2018: रीट परीक्षा कल, नकल रोकने के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी से होगी निगरानी एम्बुलेंस को फोन करने की गुहार बेटी का मोबाइल रख लेने के कारण अस्पताल के गेट पर महिला का पति देवी सिंह, बेटा सौरभ और बेटी सुमन एम्बुलेंस को फोन करने के लिए दूसरे लोगों से फोन देने की गुहार लगाते रहे। मां को बचाने के लिए सुमन एम्बुलेंस बुलाने के लिए मदद मांगती रही। करीब 25 मिनट बाद एम्बुलेंस आई तब महिला को वाहन में शिफ्ट किया गया। इधर ऑक्सीजन सिलेंडर जमा कराने और मोबाइल वापस लेने के लिए महिला का पुत्र सौरभ अस्पताल में भटकता रहा। काफी देर बाद परिजनों को मोबाइल मिल पाया।
दोनों को किया पाबंद
– परिजनों के पास आई कार्ड नहीं था। कर्मचारी ठेके पर है, जिसे साथ जाना चाहिए था। ठेकेदार और कर्मचारी को पाबंद किया गया है।
डीएस मीणा, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
– परिजनों के पास आई कार्ड नहीं था। कर्मचारी ठेके पर है, जिसे साथ जाना चाहिए था। ठेकेदार और कर्मचारी को पाबंद किया गया है।
डीएस मीणा, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल