बैठक में धारीवाल ने निर्देश दिए कि एसएमएस अस्पताल में सुविधा विस्तार परियोजना को दो वर्ष में पूर्ण किया जाएगा। परियोजना की क्रियान्विती के लिए जेडीए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके बाद निविदा आमंत्रित कर मई के अंतिम सप्ताह तक कार्यादेश जारी कर दिए जाएं, ताकि जून के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री प्रस्तावित कार्य का शिलान्यास कर सकें। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने बजट में एसएमएस चिकित्सालय में नवीन आईपीडी ब्लॉक और कार्डियोलॉजी यूनिट निर्माण कराये की घोषणा की थी। साथ ही धारीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के साथ 14 सितम्बर, 2020 को चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए अस्पताल का दौरा किया था। बैठक में प्रमुख सचिव यूडीएच भास्कर ए सावंत, एलएसजी सचिव भवानी सिंह देथा, सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग वैभव गालरिया, जेडीसी गौरव गोयल, प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक एस.एम.एस. मेडीकल कॉलेज सुधीर भण्डारी, सीईओ स्मार्ट सिटी लोकबंधु, अतिरिक्त परियोजना निदेशक और मुख्य अभियन्ता हेमन्त शर्मा सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
परियोजना पर 350 करोड़ रुपए खर्च होंगे धारीवाल ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में सुविधा विस्तार पर लगभग 350 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 125 करोड़, सवाई मानसिंह चिकित्सालय द्वारा 96 करोड़, जेडीए द्वारा 50 करोड़, राजस्थान आवासन मण्डल द्वारा 50 करोड़ तथा 29 करोड़ रुपए डीएमएफटी व अन्य स्त्रोतों से उपलब्ध कराए जाएंगे।
ये होगा काम —चिकित्सालय में कॉटेज वार्ड की जगह बहुमंजिला आई.पी.डी. टावर बनाया जाएगा
—गर्ल्स हॉस्टल के पास इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी सेन्टर का निर्माण होगा
—अल्ट्रा मॉडर्न आई.पी.डी. ब्लॉक की ऊंचाई 100 मीटर होगी, जिसमें छत पर वायु एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी
—आई.पी.डी. ब्लॉक में 1000 मरीज भर्ती क्षमता (सामान्य वार्ड) 150 मरीज भर्ती क्षमता (गंभीर व अतिगंभीर यूनिट), ऑपरेशन थियेटर, पोस्ट ऑपरेशन थियेटर, आई.सी.यू., डाइग्नोस्टिक लैब आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। इसके अतिरिक्त नई मोर्चरी बनाई जाएगी।