एक तारीख को भर्ती हुआ था मरीज, देर रात हुई मौत
नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि मरीज जसपाल सिंह को एक तारीख को ही अस्पताल लाया गया था। पहले उनको नीचे वार्ड में रखा गया था लेकिन बाद में हालात गंभीर होने के कारण उपर आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। लेकिन जहां देर रात उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। लेकिन उनकी मौत के बाद बवाल हो गया। एक से डेढ घंटे के बाद कुछ लोग आए। वे जब तक उपर आए तब तक जो भी सामने आया उसे पीटा। उनका आरोप था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मरीज जसपाल सिंह की मौत हो गई। यहां तक कि आईसीयू और अन्य वार्ड में भी तोड़फोड की। अन्य मरीज भी डर गए। एक नर्सिंगकर्मी को भर्ती कराया गया है जबकि छह सात अन्य को मरहम पट्टी की गई है।
गेट मीटिंग के बाद फैसला
इस बवाल के बाद आज सवेरे जब अन्य स्टाफ को इस बारे में पता चला तो गेट मीटिंग बुलाई गई। ट्रोमा सेंटर के बाहर ही नर्सिंगकर्मी जमा हुए और सख्त कार्रवाई करने की मांग करते रहे। अस्पताल प्रशसन को इस बारे में पहले ही पत्र सौंप दिया गया था। स्टाफ की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी धाराओं में मुदकमा दर्ज किया जाए और कार्रवाई की जाए। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। जयपुर शहर से शुरु होने वाला यह आंदोलन और कार्य बहिष्कार पूरे प्रदेश में फैलाया जाएगा।