कुल इतने मरीज मिले हैं
जयपुर जिले की बात करें तो डेंगू के इस साल अब तक 412 मामले मिले हैं। इसमें से 110 अकेले अगस्त में मिले हैं। हालांकि अगस्त के मुकाबले अब डेंगू के मरीज कम दर्ज हो रहे हैं। वहीं मौसमी बीमारियों में खासकर मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों के मरीज अब ज्यादा संख्या में अस्पताल पहुंचने लगे हैं। जबकि जयपुर के दोनों सीएमएचओ कार्यालय जिले में फोगिंग कराने से लेकर पानी इकट्रठा होने से बचाने के लिए जागरूकता फैलाने का दावा कर रहे हैं।
जयपुर जिले की बात करें तो डेंगू के इस साल अब तक 412 मामले मिले हैं। इसमें से 110 अकेले अगस्त में मिले हैं। हालांकि अगस्त के मुकाबले अब डेंगू के मरीज कम दर्ज हो रहे हैं। वहीं मौसमी बीमारियों में खासकर मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों के मरीज अब ज्यादा संख्या में अस्पताल पहुंचने लगे हैं। जबकि जयपुर के दोनों सीएमएचओ कार्यालय जिले में फोगिंग कराने से लेकर पानी इकट्रठा होने से बचाने के लिए जागरूकता फैलाने का दावा कर रहे हैं।
इनका कहना है
एसएमएस की ओपीडी फिर बढ़ गई है। कोरोना काल से पहले जितने मरीज आ रहे थे, एक बार फिर उतनी ही ओपीडी है। वहीं अभी डेंगू का काबू में है। 24 घंटों में अस्पताल में 2 मरीज ही मिले हैं। जो भी डेंगू लक्षणों के मरीज आ रहे हैं, उनकी तुरंत जांच की जा रही है।
डॉ. विनय मल्होत्रा, चिकित्सा अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
एसएमएस की ओपीडी फिर बढ़ गई है। कोरोना काल से पहले जितने मरीज आ रहे थे, एक बार फिर उतनी ही ओपीडी है। वहीं अभी डेंगू का काबू में है। 24 घंटों में अस्पताल में 2 मरीज ही मिले हैं। जो भी डेंगू लक्षणों के मरीज आ रहे हैं, उनकी तुरंत जांच की जा रही है।
डॉ. विनय मल्होत्रा, चिकित्सा अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल