तो दिल में पैदा होगी नूरानियत, पाकीजगी से चमक उठेगी रूह
जयपुरPublished: May 14, 2020 05:58:55 pm
रमजान का महत्व बता रहे हैं जयपुर शहर मुफ्ती मोहम्मद जाकिर नोमानी
जयपुर. रमजान का महीना रोजेदारों के लिए मौका लेकर आता है ताकि सालभर इसी तरीके से गुजार सकें। जयपुर शहर मुफ्ती मोहम्मद जाकिर नोमानी का कहना है कि रमजानुल मुबारक के खास आमाल रोजा, तरावीह, तिलावत-ए-कुरआन, दुआ आदि किए जाते रहें। इस नूरानी महीने में जिस कद्र नूरानी काम किए जाएंगे, उसी कदर रूह में लताफत (पाकीजगी) और दिल में नूरानियत पैदा होगी। इस महीने में झूठ, इल्जाम, फरेब और दूसरी तमाम बुराइयों से परहेज का पूरा ध्यान रखा जाए। हदीस में है कि जो शख्स रोजे की हालत में झूठ बोलने और गलत काम करने से परहेज न करे, परवरदिगार को उसके भूखा प्यासा रहने की कोई जरूरत नही। ये भी फरमाया गया कि बहुत से रोजेदार ऐेसे हंै, जिनको भूख-प्यास के सिवा कुछ हासिल नहीं होता। इस महीने में जरा हिम्मत से काम लिया जाए तो इन चन्द दिनों में गुनाहों से बचने की आदत डालना बहुत आसान है। इसके साथ-साथ बे-फायदा और गैर जरूरी बातों और कामों से भी परहेज किया जाए, इसलिए कि ये बातें और काम इन्सान को मकसद से हटा देते हैं।