काउंसलर्स का कहना 10 से अधिक मामलों में इंटरनेट सोशल मीडिया, वहीं 70 प्रतिशत से अधिक मामलों में मोबाइल फोन वजह बन रहा है। परिवार परामर्श केंद्र शिल्पायन की संस्थापक लक्ष्मी अशोक बताती हैं
कि परामर्श केंद्र पर दोनों से समझाइश की जाती है। इस दौरान इस तरह की बातें सामने आती हैं कि पत्नी सारा दिन अपने घरवालों से बात क रती है या पति सारा वक्त मोबाइल पर बिताते हैं। एक दूसरे पर विवाहेत्तर संबंध के आरोप भी लगाते हैं। इसमें मोबाइल फोन और सोशल मीडिया चैटिंग को बतौर विटनेस उपयोग क रते हैं।
जानकारों का मानना है ज्यादातर केसों में मोबाइल झगड़े की वजह बन रहा है। इन मामलों में खासतौर पर लड़के की शिकायत रहती है कि लड़की मोबाइल फोन पर लगी रहती है, जिससे लड़की के परिवार वालों का इंटरफेर बढ़ता है।