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जेल जाकर कुख्यात बन गया सरकारी शिक्षक, 50 हजार का इनाम हुआ घोषित, एसओजी ने दबोचा

9 साल से चल रहा निलम्बित, अधिकांश प्रतियोगी परीक्षा में नकल कराने का आरोप, नकल करवा सैकड़ों की नौकरी लगवा चुका, अब गिरफ्त में आया, खाटूश्यामजी दर्शन के लिए आया तभी एसओजी ने दबोचा, 50 हजार का ईनामी अध्यापक गिरफ्तार

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मुकेश शर्मा / जयपुर. सरकारी विभागों की प्रतियोगिता परीक्षाओं में नकल कराने वाले कुख्यात अध्यापक जगदीश विश्नोई को एसओजी ने पकड़ा है। आरोपी सोमवार को खाटूश्यामजी के दर्शन करने पहुंचा, तभी एसओजी भी वहां एक अपराधी की तलाश में गई थी। एसओजी ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को सालासर बालाजी जाने के लिए खाटूश्यामजी में परिचित का इंतजार करते पकड़ लिया। आरोपी पर राजस्थान पुलिस ने 50 हजार रुपए का ईनाम भी रखा था। एसओजी के एडीजी अनिल पालीवाल ने बताया कि जालौर के सांचौर निवासी गिरफ्तार आरोपी जगदीश विश्नोई दिसम्बर, 2017 में जमानत मिलने के बाद से फरार था। फरारी के दौरान उसने कई प्रतियोगिता परीक्षाओं में नकल भी करवाई है।

एसओजी ने आरोपी को वर्ष 2018 में बीएसटीसी परीक्षा शुरु होने से पहले बाड़मेर में वाट्सऐप पर पेपर लीक करवाने के मामले में गिरफ्तार किया है। एसओजी सूत्रों के मुताबिक, आरोपी द्वारा नकल कराने वाले कई अभ्यर्थी प्रतियोगिता परीक्षा में पास होकर नौकरी भी कर रहे हैं। लेकिन कई वर्ष होने के कारण ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण मामला दबा ही रह गया।

जयपुर जेल में बना था कुख्यात
एसओजी के एडिशनल एसपी करण शर्मा ने बताया कि टोंक कोतवाली पुलिस ने नकल मामले में 2007 में जगदीश को गिरफ्तार किया था। तब जयपुर जेल में उसकी मुलाकात दिल्ली में मेडिकल प्री परीक्षा में नकल कराने वाले एक कैदी से हुई। कैदी ने आरोपी को दिल्ली में नकल संबंधित इलेक्ट्रॉनिक सामग्री मिलने की जानकारी दी थी। जमानत पर छूटने के बाद आरोपी दिल्ली के गफ्फार मार्केट से ब्लू टूथ, कैमरे और अन्य उपकरण खरीदकर नकल में काम लेने लगा।

शराब और मादक पदार्थ तस्करी से जुड़ा
एसओजी ने बताया कि आरोपी वर्ष 2017 में जमानत पर छूटने के बाद हरियाणा और दिल्ली चला गया। वहां पर अन्य गैंग के संपर्क में आ गया और मादक पदार्थ व शराब तस्करी में लग गया।

कई नाम आ सकते हैं सामने
एसओजी ने बताया कि आरोपी जगदीश परीक्षा से पहले पर्चा बाहर लाने, परीक्षार्थी की जगह दूसरे परीक्षार्थी को बैठाने, ब्लूटूथ और कैमरे की मदद से पर्चा हल करने और फिर हरियाणा की गैंग के साथ मिलकर ऑनलाइन परीक्षाओं में कम्प्यूटर हैक करने जैसी कई नकल के मामलों में कुख्यात है। आरोपी को रिमांड पर लिया है। नकल प्रकरण में कई स्कूलों और कॉलेजों के लोगों के नाम सामने आने की संभावना है।

कई परीक्षाओं में गड़बड़ी, अब भी है शिक्षक

पुलिस भर्ती परीक्षा 2007, नर्सिंग भर्ती परीक्षा 2010, द्वितीय शिक्षक भर्ती परीक्षा 2012, रोडवेज परिचालक भर्ती 2012, पुलिस भर्ती परीक्षा 2014, जूनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा 2015, एसआई भर्ती परीक्षा में नकल कराने के मामले में भी गिरफ्तार हो चुका। विश्नोई को वर्ष 2010 में शिक्षा विभाग ने निलम्बित किया था, जो अब तक निलम्बित चल रहा है। एडीजी ने कहा कि वे आरोपी को बर्खास्त करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखेंगे।