पुलिस अधीक्षक को दी रिपोर्ट में पीडि़त पक्ष ने आरोप लगाया कि 9 सितम्बर को 15 वर्षीय किशोरी शाम पांच बजे घर से निकली। उसके बाद नहीं लौटी। परिजनों ने किशोरी के अपहरण की आशंका जताते 14 सितम्बर को पारोली थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने रिपोर्ट पर किशोरी को अजमेर से मुक्त कराया। आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की। ना ही पीडि़ता का मेडिकल कराया। आक्रोशित परिजन पुलिस अधीक्षक से मिले। एसपी को दी रिपोर्ट में बताया कि किशोरी को वैन में आया धोला दाता (रोपा) निवासी भैरू गुर्जर चाकू दिखाकर अपहरण कर ले गया। रास्ते में बलात्कार किया। आरोपी अश्लील फोटो खींच लिए। वायरल करने की धमकी दी। दो दिन तक बंधक बनाकर अजमेर में रखा। अजमेर में ही यातायात शाखा के जवान देवकरण गुर्जर ने भी किशोरी से बलात्कार किया। चार दिन बंधक बनाए रखने और घटना में पुलिसकर्मी के शामिल होने के साथ ही प्रभावशील होने से पारोली पुलिस के कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। उधर, पारोली थाने के एएसआई गोपाललाल शर्मा ने बताया कि एसपी से परिवाद मिला है। परिवाद को दर्ज कर जांच कर रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।