जयपुर

कहीं रावण की पूजा तो कहीं होता है पथराव

विजयादशमी पर देशभर में अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है। लेकिन, मध्यप्रदेश के विदिशा में तीन तरह की मान्यताओं के अनुरूप दशहरा मनाया जाता है। विदिशा के रावन गांव में रावण की पूजा इष्टदेव के रूप में होती है। वहीं लटेरी के कालादेव में राम की सेना पर रावण की सेना द्वारा पथराव किया जाता है। जिले के बाकी क्षेत्र में अधर्म के प्रतीक के रूप में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है।

जयपुरOct 04, 2022 / 11:05 pm

Anand Mani Tripathi

विजयादशमी पर देशभर में अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है। लेकिन, मध्यप्रदेश के विदिशा में तीन तरह की मान्यताओं के अनुरूप दशहरा मनाया जाता है। विदिशा के रावन गांव में रावण की पूजा इष्टदेव के रूप में होती है। वहीं लटेरी के कालादेव में राम की सेना पर रावण की सेना द्वारा पथराव किया जाता है। जिले के बाकी क्षेत्र में अधर्म के प्रतीक के रूप में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है।

विदिशा के रावन गांव में रावण के दरबार में पहुंचकर सैकड़ों लोग उनकी पूजा करेंगे। रावण की लेटी हुई प्रतिमा की नाभि पर घी का लेप किया जाएगा, ताकि भगवान राम द्वारा रावण की नाभि में मारे गए अग्निबाण की पीड़ा से उनको राहत मिले। इसके साथ ही यहां दिनभर पूजा-अनुष्ठान होंगे। रावण के मंदिर में करीब 10 फीट लंबी और 3 फीट चौड़ी लेटी हुई प्रतिमा है। लोग इन्हें रावण बाबा के नाम से जानते हैं।

रावण के पुतले का दहन: विदिशा के जैन कॉलेज परिसर में रामलीला मेला समिति के तत्वावधान में आयोजित दशहरा कार्यक्रम में रावण के 35 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया जाएगा। यहां आतिशबाजी के साथ भगवान की पूजा भी होगी। राम और रावण की सेना के बीच सांकेतिक युद्ध होगा।

राम की सेना पर बरसाएंगे पत्थर

लटेरी के आनंदपुर में कालादेव का दशहरा प्रसिद्ध है। यहां राम-रावण की सेनाओं के बीच पत्थर चलते हैं। बीच मैदान में रावण की प्रतीक प्रतिमा है। विजय का ध्वज लगाया जाता है। इसे हासिल करने कालादेव गांव के लोग राम के जयकारे लगाते हुए दौड़ते हैं। वे ध्वज की परिक्रमा करते हैं। लेकिन, इस बीच रावण की सेना माने जाने वाले भील उन पर गोफन से पत्थर बरसाते हैं। सैकड़ों पत्थरों में से भी कोई पत्थर राम सेना के लोगों को नहीं लगता। इसके बाद भगवान राम का राजतिलक किया जाता है।

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