थानाधिकारी हेमराज सिंह ने बताया कि मृतका के बड़े बेटे मुकेश कुमार शर्मा ने हत्या और लूटपाट का मामला दर्ज करवाया था। वारदातस्थल को देखकर लग रहा था कि हत्या किसी परिचित ने ही की है। मृतका के बड़े बेटे और आस-पास पूछताछ के बाद पुलिस को छोटे बेटे देवेश पर संदेह हुआ। पुलिस टीम ने जयपुर से चौमूं तक और टोल प्लाजा सहित शहर के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से फुटेज खंगाले।
घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली तो देवेश की गतिविधियां संदिग्ध नजर आईं। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपी देवेश ने उसकी दुकान में काम करने वाले नौकर हस्तेड़ा निवासी केशव के साथ हत्या करना कबूल लिया। पूछताछ में आरोपी देवेश ने बताया कि उसकी अनाज मंडी में दुकान है। उस पर करोड़ों रुपए का कर्जा है। कर्जा मांगने वाले परेशान करने लगे इसलिए हत्या की साजिश रची।
नौकर को दुकान खुलवाने का दिया लालच
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 26 जुलाई को नौकर केशव को साजिश में शामिल किया। नौकर को मां की हत्या के बाद हस्तेड़ा में बड़ी दुकान खुलवाने और नकदी देने का लालच दिया। आरोपी ने हस्तेड़ा गांव से एक परिचित की कार ली। खुद की कार को अशोक विहार में घर के बाहर खड़ी कर दी। ताकि पुलिस व लोगों को शक नहीं हो सके। 28 जुलाई को दोपहर में जयपुर फ्लैट से रवाना होकर गोविन्दगढ़ पहुंचा और नौकर केशव को साथ लिया। रात 9.45 बजे कॉलोनी पास कार को एक गली में खड़ी कर घर पहुंचा। मां ने गेट खोला और सोने चली गई। आधा घंटे बाद देवेश ने नौकर के साथ मिलकर मां का गला घोंट दिया।