सूत्रों के अनुसार रुचिर मुख्यमंत्री से भी मिल सकते हैं। मोदी ग्रुप रुचिर को आरसीए की बागडोर सौंप कर बीसीसीआई से हाथ मिलाने की तैयारी कर रहा है।
गौरतलब है कि आरसीए ने फरवरी में हुई एक विशेष बैठक में लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने के लिए संविधान संशोधन के लिए गठित समित के निर्णयों पर मुहर लगा दी थी। इसी के साथ माना जा रहा है कि आरसीए से ललित मोदी के बाहर होने के बाद उनके बेटे रुचिर मोदी को सत्ता सौंपने की तैयारी की जा रही है। साधारण सभा की बैठक में संविधान संशोधन के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया था।
संविधान संशोधन में राजस्थान के मूल निवासी होने के और चार साल तक जिला संघ में पदाधिकारी रहने के प्रावधान को भी हटा दिया गया था।
संविधान में संशोधन के बाद अब चार की जगह तीन साल में चुनाव होंगे और 21 सदस्यों के स्थान पर 5 सदस्यों की कार्यकारिणी का चयन होगा। इसके अलावा लोढ़ा समिति की अन्य सिफारिशों को भी ज्यों की त्यों लागू किया जाएगा।
जल्द ही चुनाव की तिथियां घोषित होने और चुनाव अधिकारी, पर्यवेक्षक तथा सीईओ को नियुक्ति कर दिया जाएगा।