निर्वतमान प्रदेशाध्यक्ष परनामी के अनुसार जमीदारां पार्टी ने भले ही भाजपा को पूर्व में समर्थन दिया हो, लेकिन विधायक सोना देवी बावरी शुरू से ही कांग्रेस के साथ हैं। परनामी के अनुसार, राज्यसभा चुनावों में भी बावरी ने कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग की थी। जबकि जमीदारां पार्टी की कामिनी जिंदल ने भाजपा का समर्थन किया था।
सोना देवी बावरी को क्रॉस वोटिंग के बाद इस बात का पता था कि अब न तो जमीदारां पार्टी उन्हें टिकट देगी और न ही भाजपा से उन्हें टिकट मिलेगा। ऐसे में बावरी को कांग्रेस का दामन थामना पड़ा और वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई। बावरी के कांग्रेस में जाने से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होगा।
गौरतलब है कि जयपुर के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने जमींदारा पार्टी की विधायक सोनादेवी बावरी के कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। पायलट ने सोना देवी को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई। इस मौके पर पायलट ने कहा, सोना देवी बावरी के कांग्रेस में शामिल होने से हनुमानगढ़ गंगानगर जिले में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।
श्रीगंगानर के रायसिंह नगर विधानसभा क्षेत्र की विधायक सोना देवी ने बताया कि वे बिना शर्त कांग्रेस में शामिल हुई हैं। सोना देवी के कांग्रेस का हाथ थामने के साथ ही जमींदारा पार्टी के विधायकों की संख्या घटकर महज एक रह गई हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में जमींदारा पार्टी के 2 विधायक चुने गए थे। श्रीगंगानगर से कामिनी जिंदल और रायसिंह नगर से सोना देवी बावरी। इनमें से एक विधायक सोना देवी कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। अब जमींदारा पार्टी की सिर्फ एक विधायक कामिनी जिंदल ही रह गई है।