साथ ही सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निर्देश भी दिया कि वो लॉकडाउन के कारण किसी भी गरीब को भूखा नहीं सोना पड़े, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। संकट की इस घड़ी में दिहाड़ी पर अपना जीवनयापन करने वाले कामगारों, खेतिहर मजदूरों, निर्माण श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंदों को राशन एवं भोजन सामग्री पहुंचाने में सरकारें कोई परेशानी नहीं आने दें।
इस पर कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सोनिया गांधी को विश्वास दिलाया कि कोरोना महामारी से प्रदेशवासियों के बहुमूल्य जीवन की रक्षा के संकल्प को पूरा करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हम हर वह कदम उठाएंगे जिससे इस वायरस के कम्यूनिटी में ट्रांसफर को रोजा सके।
सोनिया बोलीं नहीं सोना पड़े किसी को भूखा
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस शासित सभी चारों राज्यों के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करें कि गरीबों तथा जरूरतमंदों को कोरोना संकट के कारण भूखे नहीं सोना पड़े। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तथा कांग्रेस शासित चारों राज्यों के मुख्यमंत्री केन्द्र सरकार पर गरीबों तथा समाज के पिछड़े लोगों की अधिक से अधिक मदद के लिए दबाव बनाएंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के जरूरतमंद परिवारों के लिए 2 हजार करोड़ रूपए का रिलीफ पैकेज घोषित किया गया है। राज्य में 78 लाख सामाजिक सहायता पेंशन के लाभार्थियों को दो माह की पेंशन एक साथ देने के लिए बजट जारी किया जा रहा है।
मैंने स्वयं ने अपील की है कि हर परिवार अपने अतिरिक्त दो गरीबों के लिए खाना बनाए।सभी राजनीतिक दलों, धर्मगुरूओं को हमने विश्वास में लिया है। उनके साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों, चिकित्सक समुदाय, सरकारी कर्मचारियों, भामाशाहों सहित हर वर्ग का हमें भरपूर सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 रिलीफ फंड में प्रदेशवासी बढ़-चढ़कर अंशदान कर रहे हैं।