मेयर ने गुलाबी नगरी जयुपर ( Pink City
Jaipur ) में 50 हजार पौधे लगाने और पब्लिक ट्रांसपोर्ट (
public transport ) में इलेक्ट्रिक सिटी बसें ( Electric City Bus ) चलाने का फैसला किया है। जिससे कि जयपुर में प्रदूषण को रोका जा सके। इस दौरान उन्होंने आम जन से भी प्रदूषण को रोकने के लिए अपील की और कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ्य और स्वच्छ वातावरण देने के लिए प्रदूषण रोकने के लिए हर नागरिक को प्रयास करने पड़ेंगे, नहीं तो बढ़ता प्रदूषण आने वाले समय लोगाें के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालेगा। मेयर लाटा ने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पेड़ लगाए और प्रदूषण रोकने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए।
कचरे से बनेगी बिजली ( Electricity Generated From Waste )
मालूम हो कि नगर निगम ने एक कंपनी को कचरे से बिजली बनाने का ठेका दिया है। इससे शहर के कचरें का निस्तारण होगा। साथ ही निगम को बिजली भी प्राप्त हो सकेगी।
बता दें कि प्रदूषण के कारण दूषित वातावरण से रोजाना दस सिगरेट जितना धुंआ आम आदमी के शरीर में जाता है और प्रदूषण नियंत्रण नहीं हुआ तो आने वाले समय बहुत खतरनाक होगा। वायु प्रदूषण एक मौन हत्यारे की तरह है। जिससे पूरे विश्व में हर वर्ष 4.2 करोड़ लोग मर रहे हैं। यह सबके लिए एक गंभीर चुनौती है और इस और काम करने के लिए अब सभी को संयुक्त प्रयास करने पड़ेंगे। 54 प्रतिशत प्रदूषण एयर से 25 प्रतिशत धुंए से 21 प्रतिशत अन्य तरीके से प्रदूषण फैल रहा है। पूरे प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रदूषण फैल रहा है।
निगम करेगा होटल और फैक्ट्रियों पर कार्रवाई
इस दौरान मेयर विष्णु लाटा ने एक और बड़ा फैसला लिया। फैसले में नगर निगम ( Jaipur nagar nigam ) आने वाले दिनों में शहर में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्ररियों और होटलों की सूची बनाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।