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इस कारण टूटेंगे दामचालू खरीफ सीजन में सोयाबीन की बंपर फसल की संभावना, सरसों का ज्यादा स्टॉक और मलेशिया में कच्चे पाम तेल की कीमतों में कमजोरी की वजह से सोयाबीन की कीमतों में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है। इंदौर में सोयाबीन के भाव घटकर 5250 रुपए प्रति क्विंटल तक आ चुके हैं। विदेशी बाजार में खाद्य तेलों में मंदी का असर घरेलू बाजार में सोयाबीन की कीमतों पर गिरावट के रूप में दिख रहा है। भाव लगातार घटकर 5200 रुपए प्रति क्विंटल तक आ चुके हैं और नई फसल के दाम 5000 रुपए से नीचे खुल सकते हैं।
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पिछले साल के समान है सोयाबीन की बुवाईदेश भर में इस साल सोयाबीन की बुवाई 120.4 लाख हेक्टेयर में हुई, जो कि पिछले साल की समान के 120.60 लाख हेक्टेयर के समान है। सोयाबीन की बुवाई लगभग खत्म हो चुकी है। अब सोयाबीन के रकबे में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होने के आसार हैं। लेकिन अब तक ज्यादातर सोया उत्पादक इलाकों में फसल की स्थिति अच्छी बताई जा रही है। ऐसे में आगे नुकसान नहीं हुआ तो उत्पादन बढ़ सकता है।