पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक महीने पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बढते अपराधों और खराब होती कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए लगभग सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक बदल दिए थे। इसके बाद डीजी भूपेन्द्र सिंह का कार्यकाल भी दो साल के लिए बढा दिया। अब मुख्यमंत्री गहलोत चाहते हैं कि पुलिस मुख्यालय से लेकर जिलों में हुए बदलाव के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था सुधरे और प्रदेश में कानून का राज हो।
सूत्रों के अनुसार आज 11 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुलिस मुख्यालय में दो सत्रों में हो रही एसपी कॉन्फ्रेंस में जाएंगे जहां दो सत्रों में रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षकों की ओर से अपनी अपनी रेंज,जिलों और कमिश्नरेट में अपराधों की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों को लेकर 10—10 मिनिट का प्रजेन्टेशन दिया जाएगा।
इसके बाद कल सीएमओ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों से वन टू वन करेंगे और जिलों में कानून व्यवस्था की जानकारी लेंगे। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पहला फोकस प्रदेश में बढते साम्प्रदायिक तनाव, दलितों और महिलाओं पर बढते अत्याचारों की रोकथाम और कानून वयवस्था को पटरी पर लाने पर है।
प्रदेश में कई सालों से कलक्टर—एसपी कॉन्फ्रेेंस साथ—साथ करने की परंपरा रही है। कलक्टर—एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पहले कलक्टरों से संवाद करते हैं फिर पुलिस अफसरों से संवाद करते है। लेकिन व्यवहार में ऐसा देखा गया कि कलक्टर—एसपी कॉन्फेंस में प्रदेश की कानून व्यवस्था पर मंथन के लिए कम समय मिलता है। ऐसे में पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कलक्टर—एसपी कॉन्फे्ेंस को अलग—अलग कर पहले जिलों के एसपी के साथ दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं।