गौर करने वाली बात यह मिली कि इन थानों से एक भी पुलिसकर्मी गश्त पर नहीं था। जबकि स्थानीय अधिकारियों ने शाहपुरा थाने के तीन पुलिसकर्मी गश्त पर मौजूद होने का हवाला दिया। एसपी शाहपुरा थाने पहुंचे (
SP Jaipur Rural inspection ) तो वहां पर तीनों गश्ती बाइक खड़ी मिली। थाने में मौजूद स्टाफ को यह पता नहीं था कि गश्त पर कौन पुलिसकर्मी है।
किया लाइन हाजिर एसपी शर्मा ने शाहपुरा, मनोहरपुर और अमरसर तीनों थानों के एचएम सुरेन्द्र, सोहनलाल और हसराम को लाइन हाजिर कर दिया। सोमवार को औचक सर्च के दौरान अजमेर रोड स्थित महला चैक पोस्ट पर हाइवे पेट्रोलिंग में संदिग्ध मिले दो पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया। उन्होंने एएसपी, उप अधीक्षक और तीनों थानों के एसएचओ से स्पष्टीकरण मांगा है।
गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा ने पिछले महीने ही ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का चार्ज संभाला है। इसके बाद उन्होंने दूदू उपअधीक्षक की शिकायत मिलने पर डीजीपी के आदेशानुसार एपीओ किया और अन्य सभी जयपुर ग्रामीण पुलिस अधिकारी (
Jaipur Police ) और थानेदारों को फील्ड में रहने और ड्यूटी इमानदारी से निभाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद खुद पुलिस अधीक्षक शर्मा फील्ड में निकले, तो पुलिस गश्त पर मिली ही नहीें।
जबकि जयपुर में किसी भी वारदात होने अपराधियों के बाहर भागने की आशंका पर इन थानों में भी नाकाबंदी करवाई जाती है। इससे नाकाबंदी में जयपुर से बाहर निकलने वालों को पकड़ा जा सके। साथ में बाहरी बदमाशों के जयपुर में आने पर भी नजर रखी जा सके।
4 की जगह दो…वो भी कुछ और काम करते मिले एसपी शंकरदत्त शर्मा सोमवार को अजमेर रोड पर दूदू सर्कल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यहां महला चैक पोस्ट पर हाइवे पेट्रोलिंग वाहन में तैनात पुलिसकर्मी से लोकेशन पूछी गई। लोकेशन महला की बताई, जब एसपी वहां पहुंचे तो पुलिसकर्मी पेट्रोलिंग वाहन भगा ले गए। इतना ही नहीं, उक्त वाहन में चार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी थी, जबकि उसमें दो पुलिसकर्मी ही थे। संदिग्ध मिलने पर हाइवे पेट्रोलिंग गश्ती वाहन के हैड कांस्टेबल भूपेन्द्र और कांस्टेबल चालक को लाइन हाजिर कर दिया।
व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल? जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में गश्ती पुलिसकर्मी और अन्य संबंधित अधिकारियों के नहीं मिलने पर पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते हैं। यहां एसएचओ, वृत्ताधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी है कि क्षेत्र में प्रॉपर गश्त और नाकाबंदी है या नहीं। लेकिन एसपी के दौरे ने राजधानी के बाहरी क्षेत्र में पुलिस गश्त और नाकाबंदी की पोल खोल दी।
विभागीय कार्रवाई पूरे जिले में हाइवे मोबाइल, ट्रैफिक पॉइंट, गश्त और नाकाबंदी का औचक निरीक्षण किया जाएगा। लापरवाही या ड्यूटी से गैर हाजिर मिलने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी। पुलिस मुश्तैद रहेगी, तभी अपराध पर लगाम लग सकेगी। एएसपी, वृत्ताधिकारी और सभी थानों के एसएचओ को निर्देश दिए हैं कि गश्त और नाकाबंदी का औचक निरीक्षक कर उसे सुचारू रूप से बनाए रखें। गश्त नहीं मिलने वाले एसएचओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
शंकरदत्त शर्मा, एसपी जयपुर ग्रामीण