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सक्रांति के त्योहार पर दो दिन अस्पतालों में विशेष इंतजात

locationजयपुरPublished: Jan 13, 2020 04:09:01 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

Special Arrangements in Hospitals : जयपुर . पतंगबाजी के Festival को देखते हुए Sawai Mansingh Hospital सहित अधिकतर Government and Private Hospitals में मरीजों के लिए Special Arrangements किए गए हैं। त्योंहार पर छत से पतंग उड़ाते हुए गिर जाने, मांझे से हाथ या गला कट जाने तथा Road Accidents का शिकार होकर अस्पताल आने वालों की संख्या बढ़ जाती है। इन सब को देखते हुए सवाई मानसिंह अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल की Troma Emergency तथा General Emergency में विशेष इंतजाम किए है।

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Special Arrangements in Hospitals : जयपुर . पतंगबाजी के त्योहार को देखते हुए सवाई मानसिंह अस्पताल सहित अधिकतर ( Sawai Mansingh Hospital ) सरकारी और निजी अस्पतालों ( Government and Private Hospitals ) में मरीजों के लिए विशेष इंतजाम (Special Arrangements ) किए गए हैं। त्योंहार पर छत से पतंग उड़ाते हुए गिर जाने, मांझे से हाथ या गला कट जाने तथा सड़क दुर्घटनाओं ( Road Accidents ) का शिकार होकर अस्पताल आने वालों की संख्या बढ़ जाती है। इन सब को देखते हुए सवाई मानसिंह अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल की Troma Emergency तथा जनरल इमरजेंसी ( General Emergency ) में विशेष इंतजाम किए है। यहां पर एक प्लास्टिक सर्जन, ऑर्थोपेडिक, आई, फिजिशियन आदि विशेषज्ञों की अलग से टीम तैयार की गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि पतंग बाजी के मौसम में बच्चों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक तरफ जहां छत से गिरने, सड़क दुर्घटना और मांझे से कटने का खतरा बना रहता है, वहीं सही देखभाल नहीं होने के कारण बच्चों में कई बीमारी घर कर लेती है, जिसका खमियाजा कई दिनों तक भुगतना पड़ता है।

वैसे तो सक्रांति का त्यौहार काफी खुशहाली का त्योहार कहलाता है, लेकिन जरा सी असावधानी इस त्यौहार के रंग में भंग डाल देती है। आंकड़ा भी यही कहता है कि सक्रांति पर जितने लोग दुर्घटना होकर आते हैं उनमें से 60 से 70 फीसदी बच्चे होते हैं। बीमार होकर अस्पताल पहुंचने वालों में भी बच्चों की संख्या ज्यादा होती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ बच्चों के उपचार के साथ-साथ उनकी देखभाल की बात भी करते हैं।
सक्रांति पर यूं करें बच्चों की देखभाल -:
. बच्चों को अकेला छत पर नहीं छोड़े
. सुबह और शाम के समय बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं
. सड़क पर बच्चों को नहीं जाने दें
. रात के समय बच्चों को गरम कपड़ों के साथ रजाई ओड़ावें
. जितना हो सके गरम पानी ही पिलाएं
. नंगे पैर नहीं चलने देवें, पतंग उड़ाते समय अंगुलियों में टेप लगाए
डॉक्टरों ने बताया कि संक्राति के त्योहार के समय बच्चे ज्यादा बीमार पड़ते हैं। उसका मुख्य कारण यह रहता है कि बच्चे छत पर पतंगबाजी करते हैं। ऐसे में वे गरम कपड़े नहीं पहनते। अधिकतर परिजन भी इस बात का ध्यान नहीं देते। सुबह और शाम को तेज सर्दी पड़ती है। यही कारण होता है कि बच्चों को पहले सर्दी.जुकाम की शिकायत होती है और बाद में यह तकलीफ और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
विभिन्न तरह की बीमारियों के साथ-साथ बच्चों को चाइनीज व अन्य तरह के मांझे से भी दूर रखने की जरूरत है। बच्चों की स्कीन बहुत सोफ्ट होती है। ऐसे में मांझे से उनके हाथ की अंगुलियों के कटने का अंदेशा ज्यादा होता है। माता-पिता को चाहिए कि वे उनकी देखभाल करें।
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