सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
सीबीएसई का मानना है कि एक व्यक्ति को साथ में पेपर लिखने के लिए ले जाने से कोरोना संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना नहीं हो सकती। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है। हालांकि इन विद्यार्थियों को पहले अपने स्कूल में इसके लिए सूचना देनी होगी। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अभी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना भी जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने यह निर्णय लिया है। दिव्यांगों के अधिकारों से जुड़े राइट टू पर्सन विथ डिसएबिलिटीज एक्ट 2016 के तहत ऐसे विद्यार्थियों को सीबीएसई कई सुविधाएं देता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
सीबीएसई का मानना है कि एक व्यक्ति को साथ में पेपर लिखने के लिए ले जाने से कोरोना संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना नहीं हो सकती। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है। हालांकि इन विद्यार्थियों को पहले अपने स्कूल में इसके लिए सूचना देनी होगी। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अभी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना भी जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने यह निर्णय लिया है। दिव्यांगों के अधिकारों से जुड़े राइट टू पर्सन विथ डिसएबिलिटीज एक्ट 2016 के तहत ऐसे विद्यार्थियों को सीबीएसई कई सुविधाएं देता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि सीबीएसई की बची हुई परीक्षा एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच होगी। करीब 29 विषयों की परीक्षाएं होना अभी शेष हैं। देश में ऐसे करीब 10 हजार दिव्यांग विद्यार्थी हैं, जिन्हें लिखने के लिए स्क्राइब की जरूरत होती है।