गढ़ गणेश मंदिर में महंत प्रदीप औदिच्य के सान्निध्य में बाल स्वरूप गणपति का अभिषेक कर सिंदूरी चोला धारण कराया गया। मनमोहक शृंगार कर भोग लगाया गया। चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में पुष्य नक्षत्र पर युवाचार्य पं. अमित शर्मा ने पंचामृत, फलों के रस और सुगंधित द्रव्यों से अभिषेक किया। गणेश जी महाराज को मोगरे सहित ऋतु पुष्पों से श्रृंगार कर फूल बंगले में विराजमान कराया गया। अथर्वशीर्ष और गणपति अष्टोत्तर नामावली के पाठ के साथ 108 मोदक का भोग लगाया। श्रद्धालुओं को रक्षा सूत्र बांध कर हल्दी की गांठ वितरित की गई।
यहां भी हुए कार्यक्रम
सूरजपोल के सिद्धि विनायक मंदिर में प्रन्यासी मोहनलाल पांडे ने श्वेत विनायक का पंचामृत अभिषेक कर दुर्वांकुर और बेसन की दाल के मोदक का भोग लगाया। ब्रह्मपुरी स्थित नहर के गणेश मंदिर में महंत पं. जय शर्मा के सान्निध्य में पुष्याभिषेक हुआ। बड़ी चौपड़ स्थित ध्वजाधीश गणेश मंदिर में पं. आनंद शर्मा ने अभिषेक किया।
गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेश मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी ने प्रथम पूज्य का अभिषेक किया। चौड़ा रास्ता के काले गणेश मंदिर, दिल्ली रोड स्थित आत्माचारी गणेश आश्रम, आगरा रोड स्थित गंगोत्री गणेश मंदिर, झोटवाड़ा के तारानगर स्थित गणेश मंदिर सहित अन्य गणेश मंदिरों में भी पुष्याभिषेक हुआ।