‘शैतान की मां’ ने मचाया था श्रीलंका में कत्लेआम
जयपुरPublished: May 22, 2019 11:35:59 am
कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ग्रुप इन विस्फोटकों का इस्तेमाल करता है।
श्रीलंका में हुए आत्मघाती हमलों में 250 से अधिक लोगों के मारे जाने की घटना के एक महीने बाद जांच अधिकारियों ने कहा है कि हमलावरों ने मदर ऑफ सैटन (शैतान की मां) नाम के विस्फोटकों का इस्तेमाल किया था। कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ग्रुप इन विस्फोटकों का इस्तेमाल करता है। नए खुलासे से आत्मघाती हमले में विदेशी संलिप्तता के नए संकेत मिलते हैं। जांच अधिकारियों ने कहा कि बीते 21 अप्रैल को तीन गिरजाघरों और तीन होटलों पर हुए हमले में इस्तेमाल किए गए बमों को इस्लामी स्टेट की विशेषज्ञता के साथ स्थानीय जिहादियों ने बनाया था। उन्होंने इसे ट्रायासिटोन ट्रायपेरोक्साइड (टीएटीपी) का नाम दिया था। इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी इसे ‘मदर ऑफ सैटन’ कहते हैं। पेरिस में 2015 में हुए हमलों में इसका इस्तेमाल किया गया था। साल 2017 में इंग्लैंड के मैनचेस्टर अरीना में हुए आत्मघाती हमले और एक साल पहले इंडोनेशिया में चर्चों पर हुए हमले में भी इसका इस्तेमाल किया गया था।