ये आलम तो तब है कि जब प्रदेश की सभी 25 सीटों के प्रत्याशियों की ओर से कई बार प्रदेश कांग्रेस से स्टार प्रचारकों की डिमांड की हुई है, लेकिन स्टार प्रचारक प्रदेश कांग्रेस को समय ही नहीं दे पा रहे हैं, जिसके बाद से पार्टी प्रत्याशियों के साथ ही आला नेताओं की भी चिंता बढ़ी हुई हैं। हालांकि पार्टी के लिए थोड़ी राहत वाली बात ये है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के दौरे लगातार प्रदेश में हो रहे हैं।
लेकिन केंद्र से आने वाले स्टार प्रचारकों की ओर से समय नहीं देना पार्टी के लिए चिंता का विषय जरूर है। दौरे तय नहीं होने पर कांग्रेस नेता प्रत्याशियों की समझाइश में लगे हैं कि कई स्टार प्रचारक खुद के चुनाव और दूसरे राज्यों में व्यस्त हैं।
पार्टी के भीतर चर्चाओं का दौर
जानकारों की माने प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी की गई 40 स्टार प्रचारकों में बड़े स्टार प्रचारक तो ऐसे हैं, जो स्वयं लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। अपने चुनावों में व्यस्तता के चलते वो राजस्थान में प्रचार के लिए उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन पार्टी के भीतर ही इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर है कि जो स्टार प्रचारक चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, वो प्रदेश को समय क्यों नहीं दे पा रहें हैं, जबकि जो स्टार प्रचारक चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, उनमें कई स्टार प्रचारक तो ऐसे हैं, जिनकी प्रदेश में सबसे ज्यादा डिमांड आ रही है इनमें प्रियंका गांधी, नवज्योत सिंह सिद्धू, गुलाम नबी, रणदीप सिंह सुरेजवाला, कमल नाथ और अहमद पटेल के नाम शामिल हैं।
कांग्रेस के गलियारों में चर्चा इस बात की भी है स्टार प्रचारको में एक दर्जन नेता तो प्रदेश से भी हैं, लेकिन गहलोत-पांडे और रघु शर्मा के अलावा प्रदेश कांग्रेस इन स्टार प्रचारकों का प्रयोग क्यों नहीं रही है। प्रदेश के स्टार प्रचारकों में मोहन प्रकाश, गिरिजा व्यास, धीरज गुर्जर, हरीश चौधरी, अश्क अली टांक और बीडी कल्ला जैसे प्रमुख नाम भी हैं।
ये स्टार प्रचारक लड़ रहे चुनाव
कांग्रेस के जो स्टार प्रचारक चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शत्रुघ्न सिन्हा, राज बब्बर, सोनिया गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा, नारायण भाई राठवा, जितेंद्र सिंह स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि राहुल गांधी कल प्रदेश दौरे पर आ रहे हैं।