आयोग ने सौंपी रिपोर्ट
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने बताया कि आयोग ने आश्रम में संचालित छात्रावास, स्कूल व कॉलेज में पायी गई अनियमितताओं की जांच के लिए शिक्षा मंत्री को पत्र लिखने के साथ कलेक्टर से भी रिपॉर्ट तलब की थी। आयोग द्वारा उठाये गये बिंदुओं को गम्भीरता से लेते हुए, मामले में जांच कर रहे दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने आयोग से रिपोर्ट मांगी जो उन्हें दी गई है।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने बताया कि आयोग ने आश्रम में संचालित छात्रावास, स्कूल व कॉलेज में पायी गई अनियमितताओं की जांच के लिए शिक्षा मंत्री को पत्र लिखने के साथ कलेक्टर से भी रिपॉर्ट तलब की थी। आयोग द्वारा उठाये गये बिंदुओं को गम्भीरता से लेते हुए, मामले में जांच कर रहे दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने आयोग से रिपोर्ट मांगी जो उन्हें दी गई है।
यह थी अनियमितताएं
प्रवेशित बालक-बालिकाओं का रिकॉर्ड टीम को उपलब्ध नहीं कराया गया और ना ही उनके संचालन की स्वीकृति से जुडे हुए कोई भी दस्तावेज उपलब्ध कराये गये। निरीक्षण के दौरान उपस्थित कर्मचारियों ने उपस्थित छात्राओं की संख्या 153 बताई जबकि निरीक्षण करने पर 253 छात्राएं मौके पर उपस्थित मिली। छात्राओं के पंजीयन, आगमन-प्रस्थान के सम्बन्ध में किसी प्रकार का रिकॉर्ड रजिस्टर नहीं दिखाया गया था।गौरतलब है की राजस्थान राज्य महिला आयोग द्वारा गठित टीम दाती मदन के आलावास के पाली में स्थित आश्वासन बाल ग्राम संस्थान का निरीक्षण करने गई थी। निरीक्षण के बाद आई रिपोर्ट के अनुसार संस्था में प्राथमिक, उच्च माध्यमिक और महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा था।
प्रवेशित बालक-बालिकाओं का रिकॉर्ड टीम को उपलब्ध नहीं कराया गया और ना ही उनके संचालन की स्वीकृति से जुडे हुए कोई भी दस्तावेज उपलब्ध कराये गये। निरीक्षण के दौरान उपस्थित कर्मचारियों ने उपस्थित छात्राओं की संख्या 153 बताई जबकि निरीक्षण करने पर 253 छात्राएं मौके पर उपस्थित मिली। छात्राओं के पंजीयन, आगमन-प्रस्थान के सम्बन्ध में किसी प्रकार का रिकॉर्ड रजिस्टर नहीं दिखाया गया था।गौरतलब है की राजस्थान राज्य महिला आयोग द्वारा गठित टीम दाती मदन के आलावास के पाली में स्थित आश्वासन बाल ग्राम संस्थान का निरीक्षण करने गई थी। निरीक्षण के बाद आई रिपोर्ट के अनुसार संस्था में प्राथमिक, उच्च माध्यमिक और महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा था।
पीड़ित 25 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया था कि पाली स्थित आश्रम में जब भी उसे दाती महाराज व उसके तीन भाइयों ने हवस का शिकार बनाया तब साध्वी ने उन्हें उक्त कार्य के लिए सहयोग किया। साध्वी ही उसे दाती व उसके भाइयों के पास किसी बहाने से भेजती थी।