राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक अध्यक्ष एनएचएम नवीन जैन के निर्देशन में इस डिकाय कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इस कैलेंडर वर्ष की यह 17वीं डिकाय कार्यवाही है। इस कैंलेंडर वर्ष में जनवरी में 7, फरवरी में 4, मार्च में 2 एवं अप्रेल में अबतक 2 डिकाय कार्यवाही कर कोख में कत्ल करने वालों को पकड़ा जा चुका है।
जैन ने बताया कि मुखबिर के माध्यम से जौहरी बाजार एवं आसपास की गर्भवती महिलाओं का भ्रूण जांच करने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। उन्होंने बताया कि सूचना की पुष्टि के बाद डिकाय टीम तैयार की गयी। उन्होंने बताया कि टीम ने दलाल ओमा से सम्पर्क साधा। इसके बाद दलाल ने डिकाय गर्भवती एवं सहयोगी महिला को जौहरी बाजार बुलाया। वहां से दलाल ओमा डिकाय व सहयोगी को आटो से प्रतापनगर कुंभा मार्ग ले गयी। वहां उन्हें पुष्पा निगम मिली। वहां से पुष्पा आटो से विधान डायग्नोस्टिक सेंटर पर ले गयी।
मिशन निदेशक ने बताया कि सेंटर पर महिला की सामान्य सोनोग्राफी करवायी गई और बाहर बैठी दलाल पुष्पा ने मनगढ़ंत तरीके से भ्रूण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सहयोगी महिला का इशारा पाकर टीम ने दोनों महिला दलालों को गिरफ्तार कर डिकाय राशि हू-बू-हू नम्बरी नोट बरामद किये।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रघुवीर सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इस टीम में सीआई श्री हरिनायारण शर्मा, अरुण चौधरी, कानि. श्री राजेन्द्र, श्री देवेन्द्र, महिला कांस्टेबल सुमत्रा धायल और जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक जयपुर प्रथम श्रीमती बबीता चौधरी, जयपुर द्वितीय की श्रीमती मनीषा शर्मा, दौसा के श्री मुनेन्द्र एवं अलवर के श्री गफूर खान शामिल थे।