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इस विभाग में अब भी पांचवें वेतन आयोग से मिलती है पगार

locationजयपुरPublished: Aug 31, 2019 11:22:57 pm

Submitted by:

vinod vinod saini

राज्य में सरकारी कर्मचारी (Government employee) जहां सातवें वेतन आयोग (pay commission) के अनुसार वेतन (wages) उठा रहे हैं, वहीं एक विभाग एेसा भी है, जिसमें पांचवें वेतन आयोग (Fifth pay commission) के अनुसार पगार मिलती है। भत्ते और अन्य परिलाभ (Allowances and other benefits) भी समय पर नहीं मिल रहे हैं।

इस विभाग में अब भी पांचवें वेतन आयोग से मिलती है पगार

इस विभाग में अब भी पांचवें वेतन आयोग से मिलती है पगार

अलवर। एक ओर सरकारी कर्मचारी (Government employee) आठवें वेतन आयोग के गठन का इंतजार कर रहे हैं, वहीं प्रदेश का एक विभाग एेसा भी जहां अब भी कार्मिक पांचवें वेतन आयोग (Fifth pay commission) से वेतन (wages) लेने को मजबूर हैं। बुनकर संघ (bunakar sangh) एक दशक से हानि में चल रहा है, इतना ही नहीं संघ से सेवानिवृत्ति पर देय परिलाभ ग्रेज्यूटी एवं उपार्जित अवकाश (Graduation and earned leave) का 196 लाख रुपए बकाया है। यह खुलासा खुद बुनकर संघ के प्रबंध संचालक ने सहायक शासन सचिव उद्योग (ग्रुप-2) को भेजे पत्र में किया है।
राजस्थान राज्य बुनकर सहकारी संघ लिमिटेड (Rajasthan State Weavers Cooperative Association Limited) के प्रबंध संचालक ने सहायक शासन सचिव उद्योग को भेजे पत्र में बताया कि बुनकर संघ की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। कई कार्मिकों का भुगतान बकाया है, जिनका वरीयता के आधार पर उपलब्ध फंड के आधार पर भुगतान किया जा रहा है। इतना ही नहीं संघ से सेवानिवृत्त कार्मिकों को परिलाभ भुगतान समय पर नहीं किया जा सका है।
33 कार्मिकों का 196 लाख बकाया

संघ से सेवानिवृत्त हुए 33 कार्मिकों का 196 लाख सेवानिवृत्ति पर देय परिलाभ बकाया हैं। जिसमें 6 मृतक कर्मचारी शामिल हैं।

आज भी पांचवें वेतन आयोग से भुगतान
संघ के प्रबंध संचालक आरके आमेरिया ने पत्र में खुलासा किया कि संघ में आज भी कार्मिकों को भुगतान पांचवें वेतन आयोग से किया जा रहा है, जिसका भी समय पर भुगतान करने के लिए फंड उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा कार्मिकों का भविष्य निधि का भुगतान भी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को किया जाना शेष है।
इस कारण संघ की सच्चाई सामने आई

बुनकर संघ में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाषचंद जैन के 14 हजार 669 राशि के बिल भुगतान के लिए भिजवाए गए थे। वहीं जैन सहित अन्य कार्मिकों का यात्रा बिल का भुगतान भी बकाया है। जैन का करीब 75 हजार 131 रुपए का भुगतान बकाया है। कर्मचारी जैन ने बकाया भुगतान के लिए अखिल राजस्थान कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) जिला अलवर से सम्पर्क किया। इस पर कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पंकज शर्मा बताया कि इस मामले में संघ व सरकार स्तर पर प्रयास किए। नतीजतन संघ के प्रबंध संचालक ने सहायक शासन सचिव उद्योग (ग्रुप-2) को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जैन के बकाया भुगतान को लेकर संघ की स्थिति स्पष्ट की है।

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