-ये क्षेत्र सुरक्षा घेरे में पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह के निर्देश पर क्लाक टावर, दरगाह, गंज, कोतवाली थानाक्षेत्रांतर्गत अनेक स्थानों पर बैरिकेङ्क्षटग करा आमजन की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। दरगाह के इर्दगिर्द वाले देहलीगेट, फव्वारे सर्किल, नागफणी दरगाह बापास सड़क, आनासागर पुलिस चौकी, पड़ाव, केसरगंज, डिग्गी बाजार, पन्नीग्राम चौक को अतिरिक्त सुरक्षा घेरे में रखा गया है।
-किराए से रहने वाले बाहर के राज्यों के युवक भी गौरतलब है कि जिस मुस्लिम मोची मौहल्ले से संक्रमित सामने आ रहे है, वहां किराए के कमरों में राजस्थान के अलावा प. बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार के युवक हैं, जो कि कपड़े , टोपियां और जाके बेचने का काम किया करते हैं। इसी क्षेत्र से चिकित्सा विभाग ने 24 घंटे पहले 344 सैंपल लिए थे, जिनमें से 80 की रिपोर्ट आना अभी शेष है। अजमेर में 103 तक पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा बढऩे से इनकार नहीं किया जा सकता। अजमेर के उक्त चार थाना क्षेत्र में कफ्र्यू लगाए 23 दिन का समय बीत चुका है, बावजूद संक्रमितों की संख्या में इजाफा अजमेर को कोरोना जोन की ओर धकेल चुका है।
-अजमेर में ही होगी कोरोना सैंपल की जांच उधर, अजमेर के प्रभारी सचिव भवानी ङ्क्षसह देथा ने कहा कि अगले दो दिनों के भीतर अजमेर में ही कोरोना जांच प्रारंभ कर दी जाएगी। देथा ने बुधवार को यहां स्थानीय सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा कि इसके बाद मरीजों के सैंपल जयपुर अथवा उदयपुर भेजने की जरूरत नही पड़ेगी। देथा गत दो दिन अजमेर में ही डेरा डाले हैं और जिला प्रशासन के साथ कोरोना संकट को लेकर बैठकें ले रहे हैं। शहर के आबादी क्षेत्रों में शेल्टर होम बनाने के व्यापक विरोध के सवाल पर देथा ने कहा कि प्रशासन ने विश्वविद्यालय तथा कायड़ विश्राम स्थली को इसके लिए चिन्हित कर लिया है और जरूरत के अनुसार ही शेल्टर होमों का उपयोग किया जाएगा।