लिखने की आदत डालें। लिखते रहने से आप किसी समस्या की तह तक पहुंच सकते हैं और उसे लेकर आपका तनाव घट सकता है। तनाव प्रबंधन के लिए हाथ में कलम उठाना एक बेहतरीन तरीका है, यह आपको व्यवस्थित भी करता है।
प्रकृति के संपर्क में रहना तनाव घटाने का एक अच्छा तरीका है। अगर आप पार्क में घूमने नहीं जा सकते तो भी आप अपनी बालकनी में गमले तो रख ही सकते हैं। किसी न किसी बहाने प्रकृति से नाता जोड़े रखें।
मेडिटेशन, तनाव प्रबंधन में बहुत कारगर है। इसके शारीरिक और भावनात्मक, दोनों तरह के फायदे हैं। यह भविष्य में आपके सामने पेश होने वाले तनावों से निपटने की आपकी क्षमता तक में सुधार कर कर सकता है। मेडिटेशन के लिए कोई जगह निश्चित कीजिए, ताकि नियमित रूप से अभ्यास कर सकें। अव्यवस्थित वातावरण में ध्यान मुश्किल हो जाता है। शांतिपूर्ण जगह पर ध्यान के लिए जाने से आपको अपनी भीतरी शांति को भी बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
व्यायाम एक और अद्भुत तनाव राहत तकनीक है जो अपने साथ में व्यक्ति के समग्र कल्याण संबंधी दूरगामी लाभ भी लाती है। आप जिम में जाएं या नहीं, लेकिन घर भी व्यायाम करते रहना जरूरी है। घर में ऐसी कोई जगह निर्धारित करें, जहां आप नियमित रूप से व्यायाम कर सकें। यह आपके घर की छत भी हो सकती है या गार्डन भी। अगर आपके पास ऐसी खुली जगह उपलब्ध नहीं है तो आप बालकनी या अपने कमरे में भी व्यायाम के लिए जगह निकाल सकती हैं।
चाहे आपकी डेस्क हो या रसोई, किसी भी तरह की अव्यवस्था से तनाव पैदा होगा। वहीं एक तथ्य यह भी है कि जब आप सफाई करने में जुट जाते हैं तो तनाव घटता है। इसी तरह तनाव प्रबंधन में आलस्य की भूमिका को बहुत अधिक नकारात्मक माना जाता है। अगर आपने कोई योजना बनाई है तो बिना आलस्य या लापरवाही के इसे लागू करने की ओर ध्यान दीजिए। अन्यथा तनाव होगा।