छनाई की मजदूरी देने की मांग
दरअसल, हर साल पल्लेदार मजदूरी बढ़ाने की मांग करते हैं। इस बार भी मंडी में पल्लेदारों की मजदूरी 10 फीसदी बढ़ाने पर रजामंदी हो गई लेकिन पल्लेदारों ने छनाई की मजदूरी अलग से दिए जाने की मांग रख दी। अलग से मजदूरी दिए जाने पर व्यापारियों ने ऐतराज किया। ऐसा करने पर पल्लेदारों ने हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल से बांदीकुई, सिकराय, मंडावर, दौसा समेत आसपास के अन्य क्षेत्रों से कृषि उपज बेचने आने वाले किसानों को परेशान होना पड़ा। न ही उपज की तुलाई हुई और न ही नीलामी। ऐसे में किसानों को निराश लौटना पड़ गया। व्यापारियों ने भी पल्लेदारों के सामने मांग रख दी।
दरअसल, हर साल पल्लेदार मजदूरी बढ़ाने की मांग करते हैं। इस बार भी मंडी में पल्लेदारों की मजदूरी 10 फीसदी बढ़ाने पर रजामंदी हो गई लेकिन पल्लेदारों ने छनाई की मजदूरी अलग से दिए जाने की मांग रख दी। अलग से मजदूरी दिए जाने पर व्यापारियों ने ऐतराज किया। ऐसा करने पर पल्लेदारों ने हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल से बांदीकुई, सिकराय, मंडावर, दौसा समेत आसपास के अन्य क्षेत्रों से कृषि उपज बेचने आने वाले किसानों को परेशान होना पड़ा। न ही उपज की तुलाई हुई और न ही नीलामी। ऐसे में किसानों को निराश लौटना पड़ गया। व्यापारियों ने भी पल्लेदारों के सामने मांग रख दी।
मतभेद से नहीं बनी बात
व्यापारियों ने मांग रखी कि वो पल्लेदारों को छिनाई की मजदूरी देने को तैयार हैं लेकिन उन्हें मंगलवार को भी काम पर आना होगा। पल्लेदार इस दिन अवकाश रखते हैं। ऐसे में उन्होंने व्यापारियों की बात नहीं मानी। ऐसे में पल्लेदार और व्यापारियों के बीच सहमति नहीं बनने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा। वहीं, दौसा के लवाण में किसानों ने सिंचाई के दिन में बिजली दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने यह शिकायत की कि उन्हें सिंचाई के लिए रात में बिजली दी जाती है। जबकि कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ऐसे में सिंचाई के लिए दिन में बिजली मुहैया करवाई जाए।
व्यापारियों ने मांग रखी कि वो पल्लेदारों को छिनाई की मजदूरी देने को तैयार हैं लेकिन उन्हें मंगलवार को भी काम पर आना होगा। पल्लेदार इस दिन अवकाश रखते हैं। ऐसे में उन्होंने व्यापारियों की बात नहीं मानी। ऐसे में पल्लेदार और व्यापारियों के बीच सहमति नहीं बनने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा। वहीं, दौसा के लवाण में किसानों ने सिंचाई के दिन में बिजली दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने यह शिकायत की कि उन्हें सिंचाई के लिए रात में बिजली दी जाती है। जबकि कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ऐसे में सिंचाई के लिए दिन में बिजली मुहैया करवाई जाए।