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हड़ताल से मंडी में ठप हुआ कामकाज, मायूस लौटे किसान

locationजयपुरPublished: Jan 02, 2020 06:33:32 pm

Submitted by:

Ashish

Strike InMandi : नए साल का दूसरे दिन कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शनों के नाम रहा।

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हड़ताल से मंडी में ठप हुआ कामकाज, मायूस लौटे किसान

जयपुर

Strike InMandi : नए साल का दूसरे दिन कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शनों के नाम रहा। कहीं मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर विरोध जताया गया तो कहीं किसानों ने बिजली मुहैया करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मजदूरी बढ़ाए जाने की मांग को लेकर हड़ताल करने से राज्य के दौसा जिले के किसानों के साथ ही व्यापारियों को परेशान होना पड़ा। व्यापारियों और कृषि मंडी में पल्लेदारों के बीच में बातचीत सकारात्मक नहीं होने से गुरूवार को मंडी में कृषि उपजों की नीलामी नहीं हुई। दरअसल, बांदीकुई में मजदूरी बढाए जाने की मांग को लेकर पल्लेदारों ने हड़ताल कर दी। इन्होंने कृषि उपज मंडी में हड़ताल की और काम काज नहीं किया। हड़ताल के चलते मंडी में आने वाली जिंसों की ना तुलाई हो सकी और न ही नीलामी। ऐसा होने से किसानों और व्यापारियों को खासी परेशानी झेलनी पडी। कृषि जिंसों की नीलामी नहीं होने से मंडी में सन्नाटा पसरा रहा। इसको लेकर पल्लेदार और व्यापारियों में समझौता वार्ता भी हुई, लेकिन विरोधाभास के चलते सहमति नहीं बन पाई। पल्लेदारों ने बताया की मंडी समिति की ओर से 10 फीसदी मजदूरी बढा दी गई है, लेकिन जिंस छनाई की अलग मजदूरी नहीं दी जा रही है। जब तक छनाई की अलग से मजदूरी नहीं दी जाएगी। हड़ताल जारी रहेगी।
छनाई की मजदूरी देने की मांग
दरअसल, हर साल पल्लेदार मजदूरी बढ़ाने की मांग करते हैं। इस बार भी मंडी में पल्लेदारों की मजदूरी 10 फीसदी बढ़ाने पर रजामंदी हो गई लेकिन पल्लेदारों ने छनाई की मजदूरी अलग से दिए जाने की मांग रख दी। अलग से मजदूरी दिए जाने पर व्यापारियों ने ऐतराज किया। ऐसा करने पर पल्लेदारों ने हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल से बांदीकुई, सिकराय, मंडावर, दौसा समेत आसपास के अन्य क्षेत्रों से कृषि उपज बेचने आने वाले किसानों को परेशान होना पड़ा। न ही उपज की तुलाई हुई और न ही नीलामी। ऐसे में किसानों को निराश लौटना पड़ गया। व्यापारियों ने भी पल्लेदारों के सामने मांग रख दी।
मतभेद से नहीं बनी बात
व्यापारियों ने मांग रखी कि वो पल्लेदारों को छिनाई की मजदूरी देने को तैयार हैं लेकिन उन्हें मंगलवार को भी काम पर आना होगा। पल्लेदार इस दिन अवकाश रखते हैं। ऐसे में उन्होंने व्यापारियों की बात नहीं मानी। ऐसे में पल्लेदार और व्यापारियों के बीच सहमति नहीं बनने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा। वहीं, दौसा के लवाण में किसानों ने सिंचाई के दिन में बिजली दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने यह शिकायत की कि उन्हें सिंचाई के लिए रात में बिजली दी जाती है। जबकि कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ऐसे में सिंचाई के लिए दिन में बिजली मुहैया करवाई जाए।
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