बड़ा हमला जून माह में विभागीय चेतावनी के अनुसार जून में बड़ा हमला हो सकता है। ईरान व पाकिस्तान में पिछले साल का बचा हुआ टिड्डी दल तो फाका दे चुका है, इसके अलावा नई टिड्डियां करोड़ों की संख्या में जन्म लेगी। ईरान और पाकिस्तान कोरोना के बहाने इनके नियंत्रण को लेकर हाथ खड़े किए हुए है। ऐसे में अब इस दल का हवाओं के साथ भारत में प्रवेश होना तय माना जा रहा है। इसको लेकर विभाग को पूर्व तैयारी की चेतावनी दी गई है।
अभी बाजरा, सांगरी… अभी कृषि कुओं पर किसानों ने बाजरे की फसलों की बुवाई की है। कई जगह पर चारा भी है। ऐसे में टिड्डी हमले से नुकसान की आशंका है। इसके अलावा केर व सांगरी पर भी टिड्डी का असर पड़ रहा है।
राजस्व मंत्री ने की मांग राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से मांग की है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ठोस पैरवी कर टिड्डी नियंत्रण करवाएं। किसान इस स्थिति में नहीं है कि प्रकोप का सामाना करें। उन्होंने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर व श्रीगंगानगर के किसानों के लिए जरूरी है कि पाकिस्तान में ही टिड्डी नियंत्रित हो जाए, केन्द्र सरकार इसके लिए प्रयास करें।
कार्यवाही जारी है टिड्डी संरक्षक अधिकारी केवी चौधरी ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण को लेकर जोधपुर से स्टाफ आया है। संसाधन मंगवाए गए है। जहां से जानकारी मिल रही है तुरंत नियंत्रण को पहुंच रहे है। गुरुवार को भी सुबह कार्यवाही की गई है। अब कल सुबह की तैयारी में है।