कमरा नम्बर 24 में प्रिंसिपल के साथ पहुंची सोनाली का फैकल्टीज ने भी हौंसला बढ़ाया। अब सोनाली के सामने सबसे बड़ी परेशानी थी कि बैलेट बॉक्स ऊंचा रखा था। इस पर कॉलेज की ओर से कुर्सी का इंतजाम किया गया। सोनाली ने कुर्सी पर खड़े होकर वोट दिया। सोनाली का कहना था कि कद छोटा या बड़ा होने से कुछ नहीं होता। अगर मैं वोट देने नहीं आती तो हो सकता है मेरे पसंदीदा उम्मीदवार को उसका फर्क पड़ता। यह हमारा हक है तो हमें इसका इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। इस दौरान रिटर्निंग अधिकारियों ने उस छात्रा की वोट डालने में मदद की। वह कहती है कि गल्र्स को वोट का अधिकार है। वे उसे बेकार नहीं जाने दें। हाइट छोटी है तो क्या हुआ हौसले तो बुलंद है। सोनाली द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। इस दौरान महारानी कॉलेज में दो फीट की सोनाली कुमावत आकर्षण का केंद्र बनी रही।
वहीं, कॉलेज की प्रिंसिपल अल्पना कटेजा ने इस बात पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी ही छात्राएं आगे जाकर अन्य छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा बनती है। उन्होंने अधिक से अधिक छात्राओं से मतदान करने की अपील की है।
सबसे ज्यादा उम्र के छात्र मतदाता ने भी किया मतदान
छात्र संघ चुनाव के दौरान की रोचक नजारे भी सामने आए। राजस्थान विश्वविद्यालय में आज संभवत: सबसे उम्रदराज मतदाता के रूप में 69 साल के अरुण राय कौशिक भी मतदान करने पहुंचे। वे राजस्थान विश्वविद्यालय से इस उम्र में भी एलएलबी कर रहे हैं। उन्होंने 1974 में आखिरी बार छात्र संघ चुनाव में मतदान किया था और इसके बाद आज फिर छात्र के रूप में वोट देने पहुंचे। अद्र्धसैनिक बलों के सेवानिवृत्त अधिकारी कौशिक ने विधि संकाय में मतदान किया। वे सीआईडी, सीआईएसएफ़, बीपीआरएडडी में सेवाएं दे चुके हैं और सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने एलएलबी करना तय किया और बन गए छात्र और आज उत्साह के साथ वोट देने भी पहुंचे।