छात्रों को किया जा रहा है दिग्भ्रमित
जयपुरPublished: Jan 06, 2020 09:14:32 pm
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भारत की संस्कृति और एकता का विरोध करने वाले छात्र तथा भारतीय संस्कारों के विपरीत आचरण करने वाले को भारतीय समाज नहीं अपना सकता। कई विश्वविद्यालयों में छात्रों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है।
जयपुर
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भारत की संस्कृति और एकता का विरोध करने वाले छात्र तथा भारतीय संस्कारों के विपरीत आचरण करने वाले को भारतीय समाज नहीं अपना सकता। कई विश्वविद्यालयों में छात्रों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने सोमवार को जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि खाएं इस देश की, पढ़े यहां के विश्वविद्यालय में और इसी देश के टुकड़े-टुकड़े होने जैसा नारा लगाएं तो ऐसे विश्विद्यालय के विद्यार्थी भारत के विकास की गति को रोकेंगे ही। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आपको किसने यह हक दिया कि आप भारत के टुकड़े होने की बात करें। यह शर्मनाक है, चुनौतीपूर्ण है। देश नहीं बचेगा तो कुछ भी नहीं बचेगा। जाति, समाज, बिरादरी, विश्वविद्यालय कुछ नहीं बचेगा। इसलिए आपकी लेखनी और जुबान चले तो वंदेमातरम नारे और देश की अस्मिता के पक्ष में चलनी चाहिए । संस्कृत के साथ संस्कृति का भी सम्मान हो। संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन और महानतम भाषा है, इसका सम्मान यथावत रहे और आगे बढ़ता रहे, इस पर कैसे विचार किया जाए यह विश्वविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए सोचने का विषय है।
पूनिया ने कहा कि आजकल कई विश्वविद्यालयों में देश विरोधी नारे लगाने का मानो फैशन बन गया है। वंदे मातरम जैसे पवित्र शब्द जिसको बोलते हुए भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी फांसी पर चढ़ गए और अनेक बलिदान हुए, उस पर ऐतराज जताना उचित नहीं है। उन्होंने केन्द्र सरकार की नीतियों का लाभ समाज के हर तबके के लोगों को मिले इसके लिए कार्य करने का आव्हान भी किया।
डाॅ. पूनियां ने सभी विद्यार्थियों को जातिवाद, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया और कहा कि वर्षों से एक नारा लगता आया है राज नहीं समाज बदलना है, अभी भी समाज में बड़े बदलाव की आवश्यकता है। जो काम सरकारे नहीं कर सकती, वो काम देश की छात्र शक्ति, युवा शक्ति कर सकती है।