scriptमकान किराया माफ करवाने के लिए अब पुलिस की शरण में पहुंचे विद्यार्थी | Students come to the police shelter to get the house rent forgiven | Patrika News

मकान किराया माफ करवाने के लिए अब पुलिस की शरण में पहुंचे विद्यार्थी

locationजयपुरPublished: Jun 16, 2020 12:08:28 pm

Submitted by:

santosh

बेरोजगार विद्यार्थियों ने पुलिस से किया आग्रह कि वह समझाएं मकान मालिकों को

unemployed-youths

unemployed-youths



जयपुर
लॉकडाउन में आर्थिक परेशानी से जुझ रहे विद्यार्थियों ने अब मकान का किराया माफ करवाने के लिए पुलिस की शरण ली है। किरायामाफी और बेरोज़गारी भत्ते की मांग को लेकर किरायामाफ़ी संघर्ष समिति के सदस्य जयपुर पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे। जहां पर उन्होंने अतिरिक्त पुलिस कमिश्रनर अजयपाल लांबा को ज्ञापन दिया। समिति के संयोजक नरसी किराड़ ने बताया कि आए दिन मकान मालिक और विद्यार्थियों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो रही हैं। जिस कारण से नौकरी की तलाश में अपना भविष्य संवारने के लिए जयपुर में रहकर पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों पर झुठे केस तक लग रहे है। इसलिए पुलिस से मांग की है कि मकान मालिकों के कहने पर विदयार्थियों का जीवन खराब नहीं करे और उन्हें झुठी एफआईआर के कारण परेशानी में नहीं फंसने दे। पुलिस से निवेदन किया है कि वह मकानमालिको से आग्रह कर समझाएं कि ऐसे विद्यार्थी जो किराया नहीं दे सकते उनसे किराया नहीं ले और कोई मकान खाली कर जाता है तो उसे उसका सामान लेकर जाने दे।
लॉकडाउन में बढ़ी विद्यार्थियों की परेशानी
लॉकडाउन के बाद से विदयाथियों की परेशानी बढ़ गई। ग्रामीण क्षेत्र से शहर में आकर रहने वाले अधिकत्तर विदयार्थियों के पास मकान का किराया चुकाने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐसे में कई विद्यार्थी तो अपने किराए के घरों से अपने गांव लौट गए है लेकिन उनका सामान उसी मकान में रह गया है। वहीं कई विदयार्थी ऐसे है जो अभी भी रह रहे है और गांव लौटना चाहते है। लेकिन मकान खाली करने को लेकर मकान मालिक और किराएदार में टकराव की स्थितियां बन रही हैं।
ट्वीटर पर चलाया अभियान,दिए ज्ञापन
किराया माफी को लेकर विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया ट्वीटर पर भी अभियान चलाया। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक को ज्ञापन देकर किराया माफी की मांग कर चुके हैं। इस दौरान विद्यार्थियों ने मकान मालिकों से आग्रह किया है कि लॉकडाउन अवधि का किराया माफ कर उन्हें राहत दी जाए जिससे की वह अपनी पढ़ाई को जारी रख सकें। हालांकि कई मकान मालिकों ने विद्यार्थियों के बारे में सोचा भी और उनका किराया माफ किया या फिर रियायत दी हैं।
-हिमांशु शर्मा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो