कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह नतीजों में देरी और खर्चीली मूल्यांकन प्रणाली के पक्षधर नहीं हैं। उन्होंने साल 2019 में हुई पूरक परीक्षाओं की कॉपियों के केंद्रीयकृत मूल्यांकन की योजना बनाई है। परिसर में ही सेवारत और सेवानिवृत्त शिक्षकों को बुलाकर कॉपियां जंचवाना प्रस्तावित है। इससे परिणाम तुरंत जारी हो सकेंगे। 2020 की सालाना परीक्षाओं में भी लाखों कॉपियां परिसर में ही जंचवाई जाएंगी।
– कॉपियों की गोपनीयता रहेगी बरकरार – समय पर जारी हो सकेंगे विद्यार्थियों के नतीजे
– पुनर्मूल्यांकन परिणाम भी निकलेंगे समय पर
मदस विश्वविद्यालय की स्थापना : 1987 सम्बद्ध कॉलेज : 275
कॉलेज में पंजीकृत विद्यार्थी : 3.50 लाख कैंपस में अध्ययनरत विद्यार्थी : 800 इनका कहना है…
परिणाम में विलम्ब और कॉपियां भेजने-मंगवाने जैसी परेशानियां बनी रहती हैं। केंद्रीयकृत मूल्यांकन इसका बेहतर विकल्प है। हम जल्द इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं। परिसर में ही कॉपियां विश्वविद्यालय की निगरानी में जंचेंगी। यह विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए भी फायदेमंद रहेगा।