सूना कैंपस में नहीं दिख रही छात्रसंघ चुनाव की चहल पहल,सख्ती के कारण विद्यार्थी
हुए कम,आधे आईकार्ड भी नहीं बंटे
जयपुरPublished: Aug 21, 2019 10:57:13 am
सख्ती से कैंपस से चुनावों का शोर नहीं
जयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और छह दिन बाद 27 अगस्त को चुनाव होने हैं। लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों की चहल पहल कही भी नजर नहीं आ रही हैं। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशो की पालना में अधिसूचना लगने के बाद शुरू हुई सख्ती में कैंपस से चुनावों का शोर कही खो गया हैं। मुख्य द्वार पर पुलिस ने ऐसी सख्ती कर रखी है कि कैंपस में विद्यार्थियों का समूह प्रवेश ही नहीं कर सकता हैं। वहीं चारपहिया वाहनों का भी प्रवेश बंद है। ऐसे में कैंपस में छात्रों का हुजुम दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसी ही स्थिति संघटक महाविद्यालयों में नजर आ रही है। जिसमें राजस्थान,कॉमर्स कॉलेज में भी सख्ती के कारण चुनाव का प्रचार का शोर शराबा कही नजर आ रहा है और ना ही कक्षाएं लेने के लिए विद्यार्थी पहुंच रहे है। हालांकि महाराजा कॉलेज में माहौल अलग है वहां विद्यार्थी आ तो रहे है लेकिन चुनावों से कही दूर होकर अपनी कक्षाएं लेने में व्यवस्थ है। वहीं महारानी कॉलेज में भी चुनावी माहौल सिर्फ पार्किंग तक ही सीमित हैं। लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय में तो यह कहीं भी नजर नहीं आ रहा हैं। विद्यार्थियों के कैंपस में नहीं आने के कारण अभी तक आईकार्ड आधे भी नहीं बंटे है तो किसी विभाग या कॉलेज में कुछ विद्यार्थियों के आईकार्ड अभी तक छपकर नहीं आए हैं।
वाहन बने परेशानी,पार्किंग की जगह नहीं
कैंपस में चारपहिया लेकर आने वालों को प्रवेश नहीं हैंं। सिर्फ शिक्षक या कर्मचारियों को ही चारपहिया वाहन लेकर प्रवेश करने की इजाजत है जिन्हें पास दिए गए हैं। वहीं विद्यार्थी अगर अपना आईकार्ड लेने या अन्य काम से चारपहिया वाहन से आता है तो उसे कैंपस में प्रवेश नहीं हैं। ऐसे में मुख्यद्वार से वाहन को वापस भेजा जा रहा है। लेकिन फिर भी कोई कैंपस में पैदल भी प्रवेश करना चाहे तो उसको वाहल खड़े करने के लिए पार्किंग नहीं मिलती है। अगर जेएलएन रोड की सर्विस लेन पर या इधर उधर पार्किंग करता है तो ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर देती है। यही समस्या मतदान वाले दिन भी आने वाली है। इस दिन तो कैंपस में दोपहिया वाहनों का प्रवेश भी नहीं होगा और कोई भी मतदाता जब अपना वोट ड़ालने आएगा तो उसके लिए पार्किंग की समस्या आने वाली हैं। ऐसी सख्ती के कारण और कक्षाएं नहीं लगने से कैंपस से विद्यार्थी कम ही पहुंच रहे हैं।
ना पोस्टर ना पम्पलेट क्लीन कैंपस
टिकिट वितरण की माथापच्ची में लगे छात्रनेताओं को भी प्रचार का समय नहीं मिल पाया। यहीं कारण है कि विश्वविद्यालय परिसर में नेताओं के पोस्टर,बैनर पम्पलेट इधर उधर बिखरे नजर नहीं आ रहे हैं। कैंपस का दिन का नजारा हर कोई देख चौंक जाता हैं। नजारा ऐसा है कि छात्रों से ज्यादा तो पुलिस की भीड़ नजर आ रही है। वहीं चुनावी शोर नहीं होने से और प्रचार सामग्री भी दिखाई नहीं देने से फिलहाल कैंपस क्लीन नजर आ रहा हैं।