प्रेसीडेट डिबेट होनी चाहिए। हर बार मुदृदा उठाते है लेकिन विश्वविद्यालय मांग पूरा नहीं करता। अब छात्र अपने चुने जाने वाले प्रतिनिधि को सुनना चाहता है।
आदित्य प्रताप, छात्रनेता पांच साल से देख रहा हूं बस नेताओं के चेहरे बदल रहे है लेकिन घोषणा पत्र में वहीं मुदृदें लेकर हर बार वोटर्स से नेता वोट मांग रहे है।
सज्जन सैनी,छात्र
हमारी मांग ई रिक्शा चलाना,ओवरब्रिज बनाना, लाइब्रेरी चालू करवाना,छात्राओं की सुरक्षा प्राथमिक मुदृदें रहेंगे।
विनोद जाखड़, छात्रनेता
विश्वविद्यालय सिंडिकेट में छात्रसंघ पदाधिकारी नहीं है जिससे मुदृदें पूरे नहीं हो पाते है।
अमित कुमार,छात्रनेता
पीने का पानी,ई रिक्शा,सुरक्षा, नियमित कक्षाओं सहित कई मुदृदें पूरे करवाने को लेकर अपनी दावेदारी जता रहा हूं।
महेश सामोता,छात्रनेता
आदित्य प्रताप, छात्रनेता पांच साल से देख रहा हूं बस नेताओं के चेहरे बदल रहे है लेकिन घोषणा पत्र में वहीं मुदृदें लेकर हर बार वोटर्स से नेता वोट मांग रहे है।
सज्जन सैनी,छात्र
हमारी मांग ई रिक्शा चलाना,ओवरब्रिज बनाना, लाइब्रेरी चालू करवाना,छात्राओं की सुरक्षा प्राथमिक मुदृदें रहेंगे।
विनोद जाखड़, छात्रनेता
विश्वविद्यालय सिंडिकेट में छात्रसंघ पदाधिकारी नहीं है जिससे मुदृदें पूरे नहीं हो पाते है।
अमित कुमार,छात्रनेता
पीने का पानी,ई रिक्शा,सुरक्षा, नियमित कक्षाओं सहित कई मुदृदें पूरे करवाने को लेकर अपनी दावेदारी जता रहा हूं।
महेश सामोता,छात्रनेता