छात्रसंघ चुनावों में गायब हुए राजस्थान विश्वविद्यालय के मुदृदें,एबीवीपी ने धारा 370 को बनाया मुदृदा
जयपुरPublished: Aug 13, 2019 11:01:22 am
राष्ट्रवाद के नाम पर एबीवीपी बनाने में लगी वोट बैंक
जयपुर
प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव 27 अगस्त को होंगे और इन्हीं चुनावों को लेकर छात्र संगठनों ने अपनी अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय से इस बार के छात्रसंघ चुनावों से विश्वविद्यालय स्तर के मुदृदें गायब नजर आ रहे है। वहीं छात्र संगठन एबीवीपी ने राष्ट्रीय मुदृदें राष्ट्रवाद के नाम पर अपना वोट बैंक बनाना शुरू कर दिया हैं। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद एबीवीपी ने इसके माध्यम से छात्रसंघ चुनावों में इसे एतिहासिक फैसला बताते हुए वोटर्स में सेंध लगाना शुरू कर दी है। यहीं कारण है एबीवीपी से जुड़े छात्रनेता जो टिकिट की दावेदारी जता रहे है उन्होंने सोशल मीडिया से लेकर अपने पोस्टर बैनर्स तक में धारा 370 का जिक्र किया है। जिससे की राष्ट्रवाद के नाम पर युवा वोटर्स को अपने साथ जोड़ा जा सकें। इस बार एबीवीपी संगठन कैंपस में एक राष्ट्र-एक संगठन के तौर पर मैदान में उतर आई है। युवाओं को राष्ट्रवाद के नाम पर एबीवीपी संगठन ने भी अपने बैनर पोस्टर में धारा 370 का जिक्र किया है वहीं सोशल मीडिया पर आकर एबीवीपी के कार्यकर्ता धारा 370 हटने का महत्व बता रहे हैं। जिससे की राष्ट्र के नाम पर युवओं को अधिक से अधिक संगठन से जोड़ा जा सकें।
आज शक्ति प्रदर्शन और तिरंगा रैली
धारा 370 के मुदृदें को लेकर छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आज तिरंगा रैली के नाम पर कैंपस में शक्ति प्रदर्शन भी करेगी। एबीवीपी विश्वविद्यालय परिसर में तिरंगा रैली का आयोजन कर रही हैंं। एबीवीपी चुनाव कार्यकारिणी के सदस्य संजय माचेड़ी ने बताया कि रैली कश्मीर से धारा 370 हटाने और अनुच्छेद 35 ए हटाने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही हैं। इस रैली में टिकिट के दावेदार सभी छात्रनेता अपने अपने समर्थकों के साथ हाथों में तिरंगा लिए पहुंच रहे हैं। रैली के बाद आम सभा भी होगी जिसमें विद्यार्थी परिषद के वक्ता युवाओं को बताएंगे कि धारा 370 के खत्म होने के बाद किस तरह देश को आर्थिक रुप से लाभ होगा और आतंकवाद व अलगाववाद से किस तरह से मुक्ति मिलेगी। साथ ही एबीवीपी इस फैसले के साथ किस तरह जुड़ी है। क्योकि एबीवीपी और केंद्र सरकार के लिए राष्ट्र ही सर्वोपरि हैं। इसलिए युवाओं में राष्ट्रवाद की अलख जगाने के लिए यह रैली निकाली जा रही हैं।