सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थी सीखेंगे खेती किसानी के गुर
राज्य के 352 स्कूलों में खुलेंगे कृषि संकायजिले के 14 स्कूलों में खुलेगा कृषि संकायविद्यार्थी भी कर सकेंगे खेती,किसानी की पढ़ाईराज्य सरकार ने जारी किए आदेश
जयपुर।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों (government schools) में अध्ययनरत विद्यार्थी (student studying ) भी अब खेती किसानी करने के गुर (farming farming tricks) सीख सकेंगे। शिक्षा विभाग (education Department ) ने प्रदेश के 352 स्कूलों में कृषि संकाय की पढ़ाई (Agriculture Faculty) शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इन स्कूलों में जयपुर जिले के 14 स्कूल भी शामिल हैं। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय (Directorate of Secondary Education) ने आदेश जारी कर दिए हैं। इन स्कूलों में पहली बार यह संकाय खुलेंगे। इससे 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को कृषि पढ़ाई की सौगात मिलेगी और बच्चों में खेती की पढ़ाई की ओर रुझान बढ़ेगा। गौरतलब है कि जयपुर जिले के जोबनेर में कृषि विश्वविद्यालय है, लेकिन अधिकांश सरकारी स्कूलों में 11वीं व 12वीं में कृषि संकाय नहीं होने से विद्यार्थी नहीं पढ़ाई कर पा रहे थे।
इन स्कूलों को मिली कृषि संकाय की अनुमति
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने राजधानी जयपुर के राउमावि आदर्शनगर, राउमावि जोरपुरा, सुंदरियावास झोटवाड़ा, राउमावि मोनावास कोटपूतली, राउमावि दांतिल कोटपूतली, राउमावि भैसलाना कोटपूतली, राउमावि भांकरी विराटनगर, राउमावि भांकरी विराटनगर, राउमावि भूतेड़ा चौंमू, राउमावि ढोढसर चौंमू, राउमावि नांगल गोविंद, चौंमू, राउमावि सिंगोदखुर्द, राउमावि कोटखावदा, राउमावि तीतरिया, चाकसू,राउमावि लूनियावास आमेर, राउमावि हरसूलिया में कृषि संकाय का अनुमोदन किया गया है। जिले में एक साथ 14 सकूलों में कृषि संकाय शुरू होने से कृषि शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
पद सृजन के निर्देश भी जारी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत 352 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कृषि संकाय खोले जाने हैं। विभाग 301 स्कूलों में कृषि संकाय शुरू करने के आदेश पहले ही दे चुका था लेकिन भरतपुर, जयपुर, दौसा,जोधपुर, सवाई माधोपुर और सिरोही में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के कारण आचार संहिता लागू थी ऐसे में आचार संहिता समाप्त होते ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने यहां के 51 स्कूलों में कृषि संकाय खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही हर स्कूल में एक कृषि व्याख्याता का पद सृजित किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।