scriptअवैध खनन का ऐसा खेल, विभाग को नहीं पता | Such a game of illegal mining, the department does not know | Patrika News

अवैध खनन का ऐसा खेल, विभाग को नहीं पता

locationजयपुरPublished: Feb 28, 2020 01:08:47 am

Submitted by:

manoj sharma

‘रोक की कार्रवाई के बीच, रफ्तार पकड़ रहा अवैध परिवहन-सावां नदी बहाव क्षेत्र में हो रहा अवैध बजरी खनन

अवैध खनन का ऐसा खेल, विभाग को नहीं पता

अवैध खनन का ऐसा खेल, विभाग को नहीं पता

जयपुर. राजधानी से करीब 50 किमी दूर ही जमवारामगढ़ उपखंड क्षेत्र के आंधी में बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है। इस अवैध परिवहन पर आए दिन कार्रवाई के किस्से भी सुनने को मिल जाते है, लेकिन अवैध परिवहन है कि ही नहीं। जिम्मेदार अधिकारी फौरी कार्रवाई कर इतिश्री कर रहे हैं। ऐसे में सरकारी कागजों में बजरी का परिवहन रुका हुआ है, लेकिन वास्तविकता में ये रफ्तार में है। रोचक बात यह भी है कि यहां पर खनन करने में लगे लोग बजरी को बेचने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर खुलेआम कोथून-मनोहरपुर और अलवर-दौसा वाया टहला राजमार्गों से गुजरते हैं लेकिन पुलिस, राजस्व एवं खनिज विभाग जैसे मुंह फेर लेते हैं।
लोगों का कहना है कि प्रतिदिन 100 से 150 ट्रॉली बजरी का प्रतिदिन अवैध खनन होता है। सैंथल सागर बांध की मुख्य वेस्टवेयर से पीलवा गांव तक करीब पांच किलोमीटर दूरी तक नदी के बहाव पेटे तथा नदी से सटी खातेदारी भूमि पर करीब दो दर्जन लोग बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं। बजरी खदानों में दिन-रात जेसीबी मशीनों एवं ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का जमघट लगा रहता है।
जयपुर तक सप्लाई
अवैध परिवहन कर बजरी को जयपुर, मनोहरपुर, जमवारामगढ़, कानोता, दौसा, बांदीकुई तक सप्लाई किया जा रहा है। जानकारों की मानें, तो सावां नदी की बजरी जयपुर में 17-19 हजार रुपए प्रति ट्रॉली बिकती है। जमवारामगढ़ तक 8 से 9 हजार तक के भाव बताए जा रहे हैं। गौर करने वाली बात ये है कि जयपुर या मनोहरपुर जाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को कोथून-मनोहरपुर राजमार्ग तथा प्रतापगढ़-जयपुर स्टेट हाईवे से गुजरना पड़ता है, जिसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है। सांवा नदी के बहाव पेटे में सैंथल सागर बांध की मुख्य वेस्टवेयर से गांव नाभावाला, बोरोदा, सैंथल व पीलवा गांव तक, नदी किनारे स्थित खातेदारी भूमि, सैंथल सागर बांध के भराव पेटे में चतरपुरा और डांगरवाडा गांव के पास बजरी का अवैध खनन हो रहा है।
इनका कहना है
खनन विभाग की टीम अवैध बजरी खनन एवं परिवहन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। विभाग के पास संसाधनों की कमी के चलते इस पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पा रहा है।
-पिंकराव सिंह, सहायक अभियंता, खनन विभाग, दौसा

अवैध बजरी का परिवहन करने वाली टै्रक्टर-ट्रॉलियों क ो उपखंड अधिकारी एवं खनन विभाग अधिकारियों के साथ पुलिस टीम की संयुक्त टीम ही कार्रवाई कर सकती है। इन पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र भी लिख चुके हैं। क्षेत्र में अधिक परिवहन हो रहा है, कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।
-ताराचंद शर्मा, थानाधिकारी, आंधी
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