एटीएस के एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाने और हथियार खरीदने के मामले में सांवरमल को 6 नवम्बर को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास तीन शस्त्र का लाइसेंस मिला था और एक हथियार बरामद हुआ था। दो हथियारों के संबंध में पूछताछ के लिए कोर्ट ने उसे रिमांड पर सौंपा था। पूछताछ में सांवरमल ने कहा था कि गिरोह ने उसे एक ही हथियार दिया। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश करना था। सांवरमल रिकवरी के साथ प्रॉपर्टी का काम भी करता था।
रुपए गए, खुद जेल गया तो उठाया कदम एडीजी ने बताया कि सांवरमल एटीएस की हवालात में गुरुवार रात अकेला ही बंद था। निगरानी में तैनात सन्तरी को उसने गुरुवार रात 11.20 बजे बाथरूम जाने के लिए कहा। सन्तरी उसे बाथरूम में ले गया और खुद गेट के बाहर खड़ा हो गया। तभी बाथरूम से आइना टूटने की आवाज आई। सन्तरी ने तुरंत गेट खोला लेकिन तब तक सांवरमल पेट पर दो और गले पर एक चीरा लगा चुका चुका था। सन्तरी ने उससे कांच छीना और साथी सुरक्षाकर्मियों को बुलाया। देर रात सांवरमल को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत ठीक बताई है।
पूछताछ में सांवरमल ने बताया कि परिचत लोगों ने उसे कहा कि हथियार लाइसेंस बनवाने में उसके रुपए भी लग गए और अब वह जेल भी चला गया है। इससे तनाव में आकर ऐसा कदम उठाया। एटीएस के ड्यूटी ऑफिसर ने सांवरमल के खिलाफ आदर्शनगर थाने में आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया है।