पुजारी आत्मदाह प्रकरण: समिति का एक और पदाधिकारी गिरफ्तार, 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर मुर्दाघर के बाहर लोगों ने किया प्रदर्शन
पुजारी का सुसाइड नोट मिला, लिखा: सुबह धमकी दी और शाम को चाकू व गंडासा लेकर मारने आए
जयपुर। मुरलीपुरा थाना पुलिस ने शंकर विहार विस्तार निवासी पुजारी गिर्राज प्रसाद शर्मा के आत्मदाह करने के मामले में शुक्रवार को कॉलोनी की विकास समिति के एक और पदाधिकारी मालीराम स्वामी को गिरफ्तार किया है।
यह भी देखें:सीसीटीवी में कैद हुआ पुजारी के आत्मदाह का प्रयास, श्रीराम कहते हुए खुद को लगाई आग, देखें वीडियो पुजारी ने आत्मदाह से पहले सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें लिखा कि सुबह इन लोगों ने धमकी दी और शाम को चाकू व गंडासा लेकर मारने आ गए। 25 वर्ष से यहां पर भगवान की सेवा कर रहा हूं। मुझे परेशान कर रहे हैं। मूलचंद मान, शंकर जोशी, अशोक खंडेलवाल, सांवरमल अग्रवाल, रामप्रसाद, दिनेश धारीयाल ने फर्जी विकास समिति बना ली। विकास समिति का चुनाव कब हुआ और किसने करवाया। अंत में पुजारी ने अपना नाम लिख रखा था।
यह भी देखें:जयपुर के इस मंदिर में कुछ ऐसा घटा: कान्हा के आने से एक दिन पहले पुजारी ने की दुनिया से कूच की तैयारी उधर, एसएमएस अस्पताल में शुक्रवार सुबह पुजारी गिर्राज प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन परिजन और पुजारी के समर्थक लोगों ने शव लेने से इनकार कर दिया। उनकी मांग थी कि पुजारी के परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा, एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए और परिवार को मंदिर में पूजा करने के लिए कोई रोक टोक न हो।