पूनिया ने कहा की 1996 में अपनी बीमारी का ईलाज कराने के लिए अमेरिका गए शेखावत के पीछे से षड्यंत्र कर उनकी सरकार गिराने की कोशिश हुई और शेखावत को ईलाज बीच में छोडकऱ वापस आना पड़ा था। उस वक्त विधायकों को खऱीदने के लिए पैसों का आफर हुआ था। अशोक गहलोत उस समय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे और सारा खेल उनके संज्ञान में चल रहा था। इसीलिए अब उन्हें वही याद आ रहा है। पूनिया ने कहा की जिन्होंने दो बार राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के सारे विधायक खरीद कर एलिफेंट ट्रेडिंग की है। निर्दलीय विधायकों को डरा-धमका कर होटल में बंद कर रखा है। उनको बाहर निकलने और निष्पक्ष मतदान करने देने से मुख्यमंत्री क्यों रोक रहे हैं।
सरकार पांच सितार होटल में संगीत का आनंद ले रही
पूनिया ने आरोप लगाया कि अपनी ही पार्टी के एक नेता को आलाकमान की नजऱों में नीचा दिखाने के लिए 5 दिन से प्रदेश में नौटंकी चल रही है। ना कोई खऱीद रहा है, ना कोई बिक रहा है। कोरोना से प्रदेश में 300 से ज़्यादा लोगों की मौत और हज़ारों लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री, मंत्री-विधायक पांच सितारा होटल में संगीत का आनंद ले रहे है। जहां, सौ साल पहले मुझे तुमसे प्यार था, ये गाना गाकर वे आनंद ले रहे हैं।
हम बाड़ाबंदी नहीं कर रहे
पूनिया ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक 16 को पहले ही घोषित कर दी गई थी और इसके बाद विधायकों का एक जगह रहने का कार्यक्रम था। ये तीन दिन विधायकों को वोट देने की ट्रेनिंग के साथ संगठन के बारे में चर्चा करेंगे। जन प्रतिनिधियों की भूमिका और उनकी जिज्ञासाओं के बारे में चर्चा करेंगे।
जो गलती करेगा, एक सैकण्ड पार्टी में नहीं रहेगा
पूनिया ने कहा कि इतिहास रहा है कि क्रॉस वोटिंग दोनों तरफ से होती रही है। मगर जो गलती करेगा वो एक सैकण्ड भी पार्टी में नहीं रहेगा। हमारे पर खोने को कुछ नहीं है। हमें किसी तरीके का भय नहीं है। सरकार ही एसीबी और एसओजी के नाम से डरा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमसे चौथे उम्मीदवार के बारे में चर्चा करते हैं तो उन्होंने भी कमल मोरारका को चौथे उम्मीदवार के रूप में उतारा था।