यूं तैयार की “जाजम”
अपेक्स सर्किल से श्मशान तक रीको ने सड़क चौड़ाई 100 फीट मानते हुए ही नक्शे स्वीकृत कर दिए। इसमें एक बहुमंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग, गेस्ट हाउस व अन्य निर्माण बने हुए हैं। इन्हें बचाने के लिए जेडीए ने भी कई तर्क दिए। इसमें सड़क चौड़ाई 200 फीट की स्थिति में मुआवजा देना और बड़े निर्माण तोड़ने होंगे। श्मशान के आगे से केन्द्रीय विद्यालय के पहले तक दाई ओर गहरा नाला है। इसकी गहराई 60 से 100 फीट तक है। इस हिस्से को चौड़ा करने के लिए 110-120 फीट लम्बे पिलर बनाने होंगे। एमएनआईटी, केन्द्रीय विद्यालय वाले हिस्से में 50 फीट चौड़ाई तक जमीन अवाप्त करनी होगी। गांधी सर्किल के आगे घूमाव से रॉयल्टी चौराहे तक सड़क चौड़ाई 100 फीट और श्मशान से अपेक्स सर्किल तक भी सौ फीट ही है। इन दोनों के बीच हिस्से की चौड़ाई दौ सौ फीट करना।
अपेक्स सर्किल से श्मशान तक रीको ने सड़क चौड़ाई 100 फीट मानते हुए ही नक्शे स्वीकृत कर दिए। इसमें एक बहुमंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग, गेस्ट हाउस व अन्य निर्माण बने हुए हैं। इन्हें बचाने के लिए जेडीए ने भी कई तर्क दिए। इसमें सड़क चौड़ाई 200 फीट की स्थिति में मुआवजा देना और बड़े निर्माण तोड़ने होंगे। श्मशान के आगे से केन्द्रीय विद्यालय के पहले तक दाई ओर गहरा नाला है। इसकी गहराई 60 से 100 फीट तक है। इस हिस्से को चौड़ा करने के लिए 110-120 फीट लम्बे पिलर बनाने होंगे। एमएनआईटी, केन्द्रीय विद्यालय वाले हिस्से में 50 फीट चौड़ाई तक जमीन अवाप्त करनी होगी। गांधी सर्किल के आगे घूमाव से रॉयल्टी चौराहे तक सड़क चौड़ाई 100 फीट और श्मशान से अपेक्स सर्किल तक भी सौ फीट ही है। इन दोनों के बीच हिस्से की चौड़ाई दौ सौ फीट करना।