जेईसीआरसी में कीनोट सेशन का आयोजन
नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के लिए किया प्रेरित जयपुर। सीतापुरा स्थित जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में कीनोट सेशन का आयोजन हुआ। सेशन के मुख्य वक्ता अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग के मिशन डायरेक्टर डॉ.चिंतन
वैष्णव थे, जिन्होंने राज्य में उद्यमिता के प्रति संवेदनशील बनाने में अकादमिक इन्क्यूबेटरों की भूमिका और एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए सरकार द्वारा दिया गया समर्थन विषय पर स्टूडेंट्स से चर्चा की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता का एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना और बढ़ावा देना था। डॉ. चिंतन ने अपने एक्सपीरियंस स्टूडेंट्स से साझा करते हुए कहा कि हमें देशभर में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को विकसित करना हैं जिससे एक युवा भारतीय नौकरी खोजने के बजाय रोजगार सृजित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा साथ ही उन्होंने बताया की छात्र कैसे इन्क्यूबेटरों की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
कार्यक्रम में रेजरपे के फाउंडर हर्षिल माथुर रहे जो कि भारत के तीन यूनिकॉर्न में से एक हैं, बच्चों से अपने अनुभव साझा किए। जेआईसी सेल के सीईओ धीमंत अग्रवाल ने कहा कि जेईसीआरसी को खुशी है की वो अकादमिक इन्क्यूबेटर्स की सूची में हैं और लगातार हम काम कर रहें हैं जिससे की प्रदेश में इंटरप्रिन्योरशिप को बढ़ावा मिलेगा जो उभरते हुए उद्यमियों को प्रेरित करेगी और पहले से ही मौजूद इंटरप्रिन्योर की भी मदद भी करेगी। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल और जेआईसी सेल की हेड कोमल जोशी,जेआईसी सेल के मैनेजर तरुण सारस्वत सहित इन्क्यूबेशन एडवाइजर दिलनवाज खान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के लिए किया प्रेरित जयपुर। सीतापुरा स्थित जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में कीनोट सेशन का आयोजन हुआ। सेशन के मुख्य वक्ता अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग के मिशन डायरेक्टर डॉ.चिंतन
वैष्णव थे, जिन्होंने राज्य में उद्यमिता के प्रति संवेदनशील बनाने में अकादमिक इन्क्यूबेटरों की भूमिका और एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए सरकार द्वारा दिया गया समर्थन विषय पर स्टूडेंट्स से चर्चा की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता का एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना और बढ़ावा देना था। डॉ. चिंतन ने अपने एक्सपीरियंस स्टूडेंट्स से साझा करते हुए कहा कि हमें देशभर में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को विकसित करना हैं जिससे एक युवा भारतीय नौकरी खोजने के बजाय रोजगार सृजित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा साथ ही उन्होंने बताया की छात्र कैसे इन्क्यूबेटरों की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
कार्यक्रम में रेजरपे के फाउंडर हर्षिल माथुर रहे जो कि भारत के तीन यूनिकॉर्न में से एक हैं, बच्चों से अपने अनुभव साझा किए। जेआईसी सेल के सीईओ धीमंत अग्रवाल ने कहा कि जेईसीआरसी को खुशी है की वो अकादमिक इन्क्यूबेटर्स की सूची में हैं और लगातार हम काम कर रहें हैं जिससे की प्रदेश में इंटरप्रिन्योरशिप को बढ़ावा मिलेगा जो उभरते हुए उद्यमियों को प्रेरित करेगी और पहले से ही मौजूद इंटरप्रिन्योर की भी मदद भी करेगी। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल और जेआईसी सेल की हेड कोमल जोशी,जेआईसी सेल के मैनेजर तरुण सारस्वत सहित इन्क्यूबेशन एडवाइजर दिलनवाज खान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।