सिटी पैलेस के शाही आंगन में गुरुवार को एक माह से चले आ रहे समर कैम्प का समापन हुआ। इस मौके पर कठपुतलियां, मांडणा और पेंटिंग्स प्रदर्शित की गईं।
बच्चों ने लोक नृत्य, संगीत और थिएटर की प्रस्तुति भी दी। समापन समारोह में 250 से अधिक बच्चों ने भाग लिया।
इससे पहले समापन समारोह की शुरुआत गणेश वंदना के साथ शुरूआत हुई। प्रतिभागियों ने राजस्थान में शादियों में गाए जाने वाले पारम्परिक लोक गीत जैसे - बाजूबंद री लूम, छोटी सी उमर परणायो रे बाबोसा, बन्ना, घूमर, कुछ प्रमुख लोक गीत गाए।
इन पारम्परिक गीतों पर नृत्य वर्कशॉप के प्रतिभागियों द्वारा लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर लोकप्रिय लोक गीत 'बाईसा रा बीरा' और राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के 'धमाल की धुन' की बांसुरी और अलगोजा के साथ तबला, सितार एवं चंग जैसे वाद्ययंत्रों पर संगीतमय प्रस्तुति दी गई।