महिलाओं पर फोकस
साकार महिला विकास समिति बीते छह साल से समर कैम्प आयोजित कर रही है। जिसमे ढाई से तीन हजार बच्चे और महिलाएं हिस्सा लेते हैं। जहां बच्चों को अवेकस, इंग्लिश स्पीकिंग, डांस क्लासेज, हैंड राइटिंग से संबंधित क्लास चलती हैं, वहीं महिलाओं और बड़ों के लिए कम्प्यूटर, आर्ट एंड क्राफ्ट, , सिलाई की क्लास खास हेती हैं। बेटियों को ध्यान में रखते हुए इस बार, बच्चियों को आत्म रक्षा के गुर भी सिखाए जाएंगे समिति की अध्यक्ष निशा पारीक कहती हैं कि समय को देखते हुए बच्चियों के लिए सेल्फ डिफें स की ट्रेनिंग बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार यह प्रयोग किया है।
शाही आंगन में प्राचीन लोक परम्पराओं को सीखेंगे बच्चे
सिटी पैलेस का प्रशिक्षण शिविर पाणिग्रहण संस्कार पर आधारित होगा। शिविर मई के तीसरे सप्ताह में शुरू होकर एक महीने तक चलता है। युवा और तरुण वर्ग को प्राचीन लोक परम्पराओं से आत्मसार कराने के लिए हर साल सिटी पैलेस के परिसर में इस शिविर का आयोजन हो रहा है।
शिविर संयोजक रामू रामदेव ने बताया की विवाह पर आधारित लोकगीत परवीन मिर्जा, इन्ही गीतों पर नृत्य डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी, माण्डना कला लक्ष्मी नारायण कुमावत, हस्तलिखित निमंत्रण पत्र लेखन सीखने हेतु ‘सुलेख’ अनिल शर्मा, प्राचीन लोक वाद्य अलगोजा व बांसुरी आरडी गौड़ , कठपुतली की प्राचीन कला रवि भाट तथा लोकनाटक सरताज नारायण माथुर, योग ? राजस्थान योग परिषद पारम्परिक चित्रकला का एडवांस कोर्स रामू रामदेव व बाबूलाल मोरिटिया , श्याम रामदेव के निर्देशन में सिखाया जायेगा।
साकार महिला विकास समिति बीते छह साल से समर कैम्प आयोजित कर रही है। जिसमे ढाई से तीन हजार बच्चे और महिलाएं हिस्सा लेते हैं। जहां बच्चों को अवेकस, इंग्लिश स्पीकिंग, डांस क्लासेज, हैंड राइटिंग से संबंधित क्लास चलती हैं, वहीं महिलाओं और बड़ों के लिए कम्प्यूटर, आर्ट एंड क्राफ्ट, , सिलाई की क्लास खास हेती हैं। बेटियों को ध्यान में रखते हुए इस बार, बच्चियों को आत्म रक्षा के गुर भी सिखाए जाएंगे समिति की अध्यक्ष निशा पारीक कहती हैं कि समय को देखते हुए बच्चियों के लिए सेल्फ डिफें स की ट्रेनिंग बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार यह प्रयोग किया है।
शाही आंगन में प्राचीन लोक परम्पराओं को सीखेंगे बच्चे
सिटी पैलेस का प्रशिक्षण शिविर पाणिग्रहण संस्कार पर आधारित होगा। शिविर मई के तीसरे सप्ताह में शुरू होकर एक महीने तक चलता है। युवा और तरुण वर्ग को प्राचीन लोक परम्पराओं से आत्मसार कराने के लिए हर साल सिटी पैलेस के परिसर में इस शिविर का आयोजन हो रहा है।
शिविर संयोजक रामू रामदेव ने बताया की विवाह पर आधारित लोकगीत परवीन मिर्जा, इन्ही गीतों पर नृत्य डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी, माण्डना कला लक्ष्मी नारायण कुमावत, हस्तलिखित निमंत्रण पत्र लेखन सीखने हेतु ‘सुलेख’ अनिल शर्मा, प्राचीन लोक वाद्य अलगोजा व बांसुरी आरडी गौड़ , कठपुतली की प्राचीन कला रवि भाट तथा लोकनाटक सरताज नारायण माथुर, योग ? राजस्थान योग परिषद पारम्परिक चित्रकला का एडवांस कोर्स रामू रामदेव व बाबूलाल मोरिटिया , श्याम रामदेव के निर्देशन में सिखाया जायेगा।
योगा सीख रहे बच्चे
तालकटोरा स्थित एक फिटनेस प्वॉइंट पर चल रहे समर कैम्प में बच्चे योगा के गुर सीख रहे हैं। इसकी संचालिका श्वेता सिंह ने बताया कि बीते आठ साल से शिविर लगाया जा रहा है। बच्चे योग को लेकर गंभीर हैं। पढ़ाई के दौरान समय नहीं मिल पाता। ऐसे में बच्चे गर्मियों की छुट्टियों का सही उपयोग कर रहे हैं। योगा के अलावा कैंप में डांस क्लासेज, ड्रॉइंग कम्पिटीशन, मेहंदी , क्राफ्ट, पेंटिंग आदि क्लासेज लगाई जा रही हैं।
तालकटोरा स्थित एक फिटनेस प्वॉइंट पर चल रहे समर कैम्प में बच्चे योगा के गुर सीख रहे हैं। इसकी संचालिका श्वेता सिंह ने बताया कि बीते आठ साल से शिविर लगाया जा रहा है। बच्चे योग को लेकर गंभीर हैं। पढ़ाई के दौरान समय नहीं मिल पाता। ऐसे में बच्चे गर्मियों की छुट्टियों का सही उपयोग कर रहे हैं। योगा के अलावा कैंप में डांस क्लासेज, ड्रॉइंग कम्पिटीशन, मेहंदी , क्राफ्ट, पेंटिंग आदि क्लासेज लगाई जा रही हैं।