सनी सोनी मूलत: खेतड़ी के सिंगोद का रहने वाला था। पिता की मौत होने पर उसका परिवार जयपुर आ गया था। यहां वह किराए के मकान में रहते थे। सनी का बड़ा भाई विजय बीएसएफ में है। सनी के खिलाफ 15 साल की उम्र में पहला मामला दर्ज हुआ था। सनी के खिलाफ झोटवाड़ा थाने में पहला मामला नकबजनी का दर्ज हुआ। वहीं वर्ष 2021 आते—आते उसके खिलाफ नकबजनी, लूट और मारपीट के आठ मामले दर्ज हो गए थे। सन्नी ने इस बार 12वीं कक्षा का पेपर दिया था।
सनी अपराधिक पृष्ठभूमि के चलते उसके घरवाले भी परेशान थे। उसने अपने हमउम्र साथियों के साथ एक गैंग बना ली थी। जिसका वह सरगना था। उसके दोस्तों ने बताया कि सनी डॉन बनना चाहता था। दोस्तों में वह डॉन के नाम से ही जाना जाता था। वह और उसकी गैंग मारपीट, लूट और नकबजनी की वारदातों में शामिल थी। जब उसका अपहरण हुआ तब भी वह देर रात अपने साथियों के साथ बैठा था। पुलिस को अंदेशा है कि वर्चस्व की लड़ाई के चलते दोनों पक्षों में रंजिश चल रही थी। जिसके चलते यह खौफनाक वारदात हुई।
पुलिस ने बताया कि सोमवार देर रात सनी का दादी का फाटक से अपहरण किया गया। हत्या से पहले उसके दोनों पैर बांधकर लोहे की रॉड से तोड़ दिए। फिर सिर में एक और सीने पर दो गोली मारकर हत्या कर दी। शरीर पर कई जगह पेचकस या फिर कोई नुकीली चीज घोंप रखी थी। बाद में शव को करधनी क्षेत्र के बोहितावाला स्थित हनुमान चौधरी के खेत में फेंक गए।