एसओजी अफसरों ने बताया कि दोनो के खिलाफ एफआईआर एसओजी की ओर से ही दर्ज की गई है और वह भी फोन नंबर पर हुई बातचीत के आधार पर…। इसके बाद नेताओं के बयान आना शुरु हुए…। फिर दोपहर में सीएम ने वीसी की और भाजपा को जमकर घेरा। इस पर भाजपा नेताओं के भी पहले पृथक—पृथक बयान आए लेकिन बाद में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीष पूनिया और अन्य बड़े नेताओं ने वर्चुअल वीसी के नाम पर कांग्रेस को जमकर घेरा।
इस बीच एसीबी ने भी एक नया ही धमाका कर दिया। एसीबी ने तीन निर्दलीय विधायकों खुशवीर सिंह, सुरेश टांक और ओम प्रकाश हुडला को घेरा। उन पर आरोप लगे कि उन्होनें कई जिलों में रुपयों के भरे हुए बैग ले जाकर विधायकों को खरीदने की कोशिश की। दोपहर में इन पर भी प्राथमिकी की गई और उसके बाद जांच में इनको भी ले लिया गया। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के साथ ही उन नेताओं की बयानबाजी भी जारी रही जिनका इस पूरे खेल में नाम सामने आया। अब बारी एसओजी की ओर से धमाका किए जाने की थी। उधर भाजपा वर्चुअल वीसी के जरिए बयानबाजी कर रही थी और इधर एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने प्रेस मीटिंग कर पूरे खेल का पर्दा फाश कर दिया।
उनका कहना था कि भारत और अशोक सिंह के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई है वह परिवाद के आधार पर दर्ज नहीं की गई है बल्कि दोनो के कॉल रिकॉर्ड के आधार पर ही इनके खिलाफ मुकदमा लगाया है। दोनो को देर रात ही हिरासत में लिया था और दोपहर में इनकी गिरफ्तारी दिखाने के बाद इनको कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया। एडीजी ने कहा दोनो के खिलाफ हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। अब सीएम ओर डिप्टी सीएम समेत अन्य कुछ नेताओं से बातचीत के लिए समय मांगा गया है। उनसे बातचीत होने पर मामले में प्रगति होना तय है।